नीमच: मध्य प्रदेश के नीमच जिला अस्पताल में शुक्रवार रात को उस समय हड़कंप मच गया, जब एंटीबायोटिक का इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद 16 बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया. ये मामला जिला अस्पताल के शिशु वार्ड का है. जानकारी लगते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और कई बच्चों को आईसीयू वार्ड में भर्ती करना पड़ा.
नीमच में इंजेक्शन लगाने के बाद 16 बच्चों की हालत खराब
दरअसल, नीमच जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में शुक्रवार रात को 26 बच्चे भर्ती थे. इसी बीच डॉक्टरों के द्वारा बच्चों को एंटीबायोटिक का इंजेक्शन (आर सेफ्ट्रिएक्सोन इंजेक्शन आई.पी) लगाया गया. इसके बाद 16 बच्चों की तबीयत और बिगड़ने लगी. बच्चे तेज बुखार के साथ उल्टी करने लगे. साथ ही बच्चों के शरीर पर फफोले हो गये, जिसके बाद परिजनों ने जमकर नाराजगी जताई. मामले की जानकारी मिलते ही कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देश पर प्रशासन का अमला जिला अस्पताल में पहुंचा. ये सब कुछ देखकर 3 परिजन अपने बच्चों को निजी अस्पताल में ले गए. वहीं 3 बच्चों को हॉस्पिटल के ही आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है. बाकी अन्य बच्चों की हालत ठीक होने की जानकारी मिली है.
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जिला अस्पताल में पहुंचा प्रशासन का अमला
नीमच एसडीएम लक्ष्मी गामड़ ने अस्पताल पहुंचकर हालातों का जायजा लिया और उस एंटीबायोटिक इंजेक्शन की जांच कराने की बात कही. एसडीएम लक्ष्मी गामड़ ने कहा कि ''मुझे यहां से सूचना मिली थी कि एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगने के बाद कुछ बच्चों को समस्या हुई है. 3 बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए हैं, हम वहां भी जाकर उनकी तबियत के बारे में जानकारी लेंगे. 3 बच्चे आईसीयू में हैं. इस वार्ड में कुल 26 बच्चे भर्ती थे, जिनमें से 16 को ये समस्या हुई थी. जो इंजेक्शन लगाने के बाद ये समस्या हुई है हमने उसे टेस्ट के लिए रखवाया है.''