चूरू : जिला मुख्यालय के पास स्थित गाजसर गांव में गिनाणी (तालाब) टूटने से इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. इस बड़ी आपदा की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया, लेकिन मौके पर पहुंचने पर यह पता चला कि यह एक मॉक ड्रिल थी. एनडीआरएफ की ओर से जिला मुख्यालय के नजदीक गाजसर गिनाणी पर शनिवार को फ्लड वाटर रेस्क्यू मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया. इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ग्रस्त लोगों को आपदा से बचाने के लिए विभिन्न गतिविधियां की.
एनडीआरएफ के राजस्थान प्रभारी योगेश मीणा की अगुवाई में आयोजित इस मॉक एक्सरसाइज में बाढ़ के दौरान उत्पन्न विभिन्न प्रतिकूल परिस्थितियों में लोगों को बचाने, उपलब्ध घरेलू संसाधनों का राफ्टिंग के लिए उपयोग करने, डूबते हुए लोगों को बचाने, बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे व्यक्तियों को निकालने, डूबे हुए व्यक्तियों को पानी में से निकालने और उनका उपचार करने सहित आपदा राहत के विभिन्न तरीकों का प्रदर्शन किया गया.
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कलेक्टर और एसपी भी पहुंचे : जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि यह एक्सरसाइज स्थानीय अधिकारियों और लोगों के लिए भी उपयोगी साबित होगी. हादसे कभी भी और कहीं भी हो सकते हैं. आपदा कभी भी बिना चेतावनी के आती है, ऐसे में सभी को इस विषय में सामान्य जानकारी होना आवश्यक है. वहीं, एसपी जय यादव ने कहा कि आपदा के समय जागरूकता, आपसी सामंजस्य और साहस बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. सभी को मिलकर काम करना पड़ता है. हम सभी को इस संबंध में जागरूक रहना चाहिए और दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए. यह काम जोखिम से भरा हो सकता है, लेकिन दायित्व और देश सेवा में जोखिम नहीं देखा जाता.