कानपुर: संग्राम 1857 एनसीसी साइकिल अभियान का सोमवार को एयर फोर्स स्टेशन, चकेरी (कानपुर) में एक भव्य ध्वज-प्रवेश समारोह के साथ गलनभरी सर्दी के बीच गर्म स्वागत किया गया. खुद जब वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, और मेजर जनरल विक्रम कुमार, अतिरिक्त निदेशक जनरल, एनसीसी निदेशालय ने प्रयागराज से फतेहपुर और फिर कानपुर तक एनसीसी कैडेटों के साथ साइकिल चलाई, तो कैडेट्स का उत्साह देखते बना. उनकी उपस्थिति ने इस पहल के महत्व को उजागर किया, जो युवा पीढ़ी को साहस और बलिदान के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करती है.
एनसीसी साइकिल अभियान 1857 के विद्रोह भारतीय स्वतंत्रता का पहला युद्ध के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों के अद्वितीय बलिदानों को सम्मानित और याद करने के लिए आयोजित किया गया था. जिसने युवाओं के बीच देशभक्ति और सहनशीलता की भावना को प्रदर्शित किया. इस अवसर पर एयर कमोडोर एमके प्रवीण, एयर ऑफिसर कमांडिंग, एयर फोर्स स्टेशन चकेरी ब्रिगेडियर वीके पूनिया, कमांडेंट, सीओडी, कानपुर, ब्रिगेडियर एसपीएस रौतेला, ग्रुप कमांडर एनसीसी, कानपुर, ब्रिगेडियर शबुल हसन, स्टेशन कमांडर, कानपुर मौजूद रहे. फ्लैग इन समारोह के दौरान लगभग 250 कैडेट्स ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
पांच एनसीसी महिला कैडेट भी थीं शामिल : 15 सदस्यीय एनसीसी साइक्लिंग अभियान टीम का नेतृत्व ब्रिगेडियर एनएस चाराग, समूह कमांडर, एनसीसी आगरा समूह ने किया. उनमें पांच एनसीसी महिला कैडेट भी शामिल थीं. सभी ने अपनी उपस्थिति से महिला सशक्तीकरण की बानगी प्रस्तुत की. वरिष्ठ सैन्य अफसरों ने बताया कि टीम हर दिन औसतन 113 किमी की दूरी तय कर रही है, जो 1857 की क्रांति के फ्लैशपॉइंट को छूती है. रैली दिल्ली में समाप्त होगी, जहां पीएम नरेंद्र मोदी गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान ध्वज फहराएंगे. टीम के सदस्य अब 14 जनवरी को कानपुर से रवाना होंगे और 15 व 16 जनवरी को झांसी, उरई की ओर साइकिल चलाते हुए बढे़ंगे.