चंडीगढ़: हरियाणा में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा जोरों पर है. इसी बीच सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल दिल्ली दौरे पर हैं. उम्मीद अब इस बात की लगाई जा रही है कि सीएम नायब सिंह सैनी दिल्ली से हरी झंडी लेकर शनिवार को कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि शनिवार दोपहर तक नये मंत्रियों का शपथ ग्रहण हो सकता है.
हालांकि कैबिनेट विस्तार की चर्चा दो दिनों से चल रही है, लेकिन माना जा रहा है कि अनिल विज की नाराजगी और लोकसभा चुनाव में कैबिनेट विस्तार के असर को लेकर पार्टी लगातार मंथन कर रही है. एक चर्चा ये भी है कि लोकसभा चुनाव के बाद भी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. हालांकि ऐसा होने की उम्मीद कम है. लोकसभा चुनाव से पहले सीएम का नया चेहरा और गठबंधन तोड़ने वाली बीजेपी के लिए कैबिनेट विस्तार की राह आसान दिखाई नहीं दे रही है. पार्टी नाम फाइनल करने से पहले कई पहलुओं पर चर्चा कर सकती है.
ये नेता बन सकते हैं नए मंत्री:
- पूर्व गृह मंत्री अनिल विज
- नांगल चौधरी विधायक अभय यादव
- आदमपुर विधायक भव्य बिश्नोई
- अंबाला सिटी विधायक असीम गोयल
- पंचकूला विधायक और विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता
- राई से विधायक मोहन लाल बडोली
- हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा
- निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत और सोमबीर सांगवान
चुनावी समीकरण के हिसाब से तय होंगे नाम- सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले कैबिनेट विस्तार को लेकर पार्टी कई समीकरणों पर मंथन कर रही है. पार्टी जिसको भी मंत्री बनाएगी उसके सियासी नफा नुकसान का आंकलन करने के बाद ही इस पर अंतिम मुहर लगेगी.
कैबिनेट विस्तार को लेकर बीजेपी का लगातार मंथन और इसको लेकर चल रही चर्चाओं पर राजनीतिक मामलों के जानकार राजेश मोदगिल कहते हैं कि लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, ऐसे में बीजेपी सभी सियासी समीकरणों को साधने का पूरा प्रयास करेगी. जब पार्टी सारे नफा नुकसान का आंकलन कर लेगी उसके बाद ही इस पर अंतिम मुहर लगती है. नये विस्तार में कई नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं.
राजनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर गुरमीत सिंह भी कहते हैं बात अनिल विज की हो या किसी अन्य की, बीजेपी ऐसी पार्टी है जो बीते कुछ समय से अपने फैसलों को लेकर सभी को चौंका रही है. ऐसे में अगर बीजेपी को लगेगा कि उसके किसी फैसले का असर लोकसभा चुनाव पर पड़ सकता है तो पार्टी उसके मुताबिक अपना कदम आगे बढ़ाएगी.
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