दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा में नक्सल प्रभावित वनांचल क्षेत्र के बच्चे आजादी के रंग में रंगे हुए हैं. ये बच्चे आजादी के जश्न में परेड ग्राउंड में घुड़सवारी का जौहर दिखाएंगे. दरअसल, राज्य सरकार और संस्थाओं की ओर से नक्सलगढ़ के वनांचल क्षेत्रों के बच्चों को अलग-अलग तरह के खेलों की ट्रेनिंग दी जाती है. ऐसे में अब जिले के बच्चों को घुड़सवारी के गुण सिखाए जा रहे हैं. ताकि ये बच्चे इस क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकें.आजादी के जश्न में ये बच्चे घुड़सवारी का प्रदर्शन करेंगे.
दो पालियों में दी जा रही शिक्षा: दरअसल, जिला प्रशासन की ओर से जावंगा के बच्चों को घुड़सवारी सिखाई जा रही है. इसके लिए रायपुर से घुड़सवार प्रशिक्षक आए हैं. रायपुर से घोड़ों को भी लाया गया है. जावंगा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के एकलव्य खेल परिसर में बच्चों को घुड़सवारी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. फिलहाल क्षेत्र के 30-30 छात्र-छात्राएं घुड़सवारी सीख रहे हैं. इन बच्चों को घुड़सवारी प्रशिक्षण के लिए 9 घोड़े उपलब्ध कराए गए हैं, जिनके नाम वेलेन्टाइन, विक्टोरिया, वीनस, केस्टो, हेनरी, आशी, पीसी, सूजी और मिली है. दो पालियों में ये बच्चे घुड़सवारी सीख रहे हैं.
नक्सलगढ़ के बच्चे परेड ग्राउंड में करेंगे घुड़सवारी: नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चे इस बार 15 अगस्त के दिन परेड ग्राउंड में घुड़सवारी करेंगे, जो कि आकर्षण का केंद्र होगा. इसके लिए बच्चे लगातार तीन दिनों से स्कूल ग्राउंड में ट्रेनिंग कर रहे हैं, ताकि अच्छा प्रदर्शन कर सकें. इन बच्चों में आत्मविश्वास होने के साथ ही इनका हौसला भी बुलंद है. बच्चों की मानें तो इन्होंने कभी घुड़सवारी सीखने का सोचा भी नहीं था. पहले इन बच्चों को डर लगता था. हालांकि अब इनको आदत हो चुकी है. अब ये बच्चे आजादी के जश्न में घुड़सवारी करेंगे.