नई दिल्ली: देशभर में नवरात्रि बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस बार शारदीय नवरात्रि का पर्व 3 अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जो 12 अक्टूबर को चलेगा. इस दौरान रामलीला, गरबा, डांडिया जैसे कार्यक्रम भी होंगे. इससे देशभर में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक अनुमान के अनुसार, अगले 10 दिनों में देशभर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होने की संभावना है. अकेले दिल्ली में ही करीब 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होगा. इन उत्सवों के दौरान बाजारों में रौनक बढ़ने की उम्मीद है, जिससे व्यापारियों को काफी फायदा होगा. पिछले साल दस दिन का यह व्यापार लगभग 35 हज़ार करोड़ रुपये का था.
अधिकांश भारतीय उत्पादों की होंगी बिक्री: कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा चांदनी चौक से बीजेपी सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि त्योहारों में खरीदी की विशेष बात है कि अधिकांश भारतीय उत्पादों की ही बिक्री होंगे. लोगों का चीन में बने सामान से मोहभंग हो चुका है. प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर 'वोकल फॉर लोकल' तथा 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान ने देश भर में भारतीय सामान की गुणवत्ता को बढ़ाया है. अब भारत में बने सामान किसी भी विदेशी सामान से बेहतर हैं. यही कारण है कि उपभोक्ता का रुझान अब भारतीय वस्तुओं की खरीदी पर ही है.
लाखों लोगों को मिलता है रोजगार: देश भर में नवरात्रि, रामलीला, गरबा एवं डांडिया जैसे 1 लाख से अधिक छोटे-बड़े कार्यक्रम आयोजित होते हैं. इसमें विभिन्न प्रकार के धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम शामिल हैं. वहींं, बड़े पैमाने पर देश भर में भक्ति संगीत के कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं. इन उत्सवों के जरिए लाखों लोगों को रोजगार मिलता है.
एक हजार से अधिक रामलीलाएं आयोजित: खंडेलवाल ने बताया कि नवरात्रि के दौरान अकेले दिल्ली में करीब एक हजार से अधिक रामलीलाएं आयोजित होती है. सैकड़ों दुर्गा पूजा के पंडाल लगते हैं. इस त्योहारों के सीजन में कपड़े एवं परिधान खासकर पारंपरिक परिधान जैसे साड़ी, लहंगा, और कुर्ते की मांग काफी बढ़ती है. पूजा और धार्मिक आयोजनों के लिए लोग नए कपड़े खरीदते हैं, जिससे इस श्रेणी में व्यापार में उछाल देखने को मिलता है. वहीं, बड़े पैमाने पर पूजा सामग्री जैसे फल, फूल, नारियल, चुनरी, दीपक, अगरबत्ती, और अन्य पूजन सामग्रियों की भारी मांग रहती है.
व्यापारिक दृष्टिकोण से लाभकारी होगा त्योहारों का सीजन: खंडेलवाल ने बताया कि खाद्य एवं मिठाई अन्य वस्तुएं हैं, जिनको त्योहारों के दौरान लोग खरीदते हैं. इसके अलावा घर और पूजा पंडालों को सजाने के लिए साज-सज्जा के सामान, जैसे दीयों, बंदनवार, रंगोली सामग्री, और लाइटिंग की मांग बढ़ती है. नवरात्रि और रामलीला उत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि व्यापारिक दृष्टिकोण से अत्यंत लाभकारी होते हैं. यह आयोजन व्यापारिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करते हैं.
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