करनाल: एनआईसी (National Informatics Centre) हरियाणा ने 18वें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अनूठी मोबाइल एप और वेबसाइट तैयार की है. जिसका प्रयोग कर मतदाता पोलिंग बूथ पर लगी लाइन की जानकारी ले सकेंगे. वोटर्स इन क्यू मोबाइल एप के जरिए मतदाता को घर बैठे ये पता चल जाएगा कि पोलिंग बूथ के बाहर कितनी लंबी लाइन लगी है. जब भीड़ कम हो, तब मतदाता अपनी सुविधा अनुसार अपने मत का इस्तेमाल कर सकते हैं.
मोबाइल एप बताएगा कि बूथ के बाहर कितनी लंबी है लाइन: करनाल में एनआईसी के तत्वाधान में सभी बीएलओ (Booth Level Officer) को इस ऐप के बारे में प्रशिक्षण दिया गया. एनआईसी के संयुक्त निदेशक कमल त्यागी ने बताया कि हरियाणा राज्य चुनाव आयोग की ओर से एनआईसी द्वारा बनाए गए एप को स्वीकृति प्रदान कर दी है. इस ऐप को वोटर्स इन क्यू मोबाइल एप का नाम दिया गया है. इसी एप की www.iqmshry.nic.in नाम से वेबसाइट भी बनाई है.
हर आधे घंटे में मिलेगी अपडेट की जानकारी: देश में पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस वोटर एप का इस्तेमाल हरियाणा के करीब ढाई दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में ही किया जा सकता है. इस मोबाइल एप को भारत निर्वाचन आयोग ने भी प्रयोग के तौर पर अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. मोबाइल एप पर मतदाता अपने एरिया का नाम, पोलिंग बूथ का नाम, वोटर का नाम आदि फीड करेगा, तो उसे एक ओटीपी मिलेगा. जिसका प्रयोग कर बूथ पर सीधे बीएलओ से जुड़ सकता है. बीएलओ हर एक घंटा या आधे घंटे बाद एप में ये बताएगा कि इस समय वोट डालने के लिए कितने लोग कतार में लगे हुए हैं.
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल होगी एप: कमल त्यागी ने बताया कि इस मोबाइल एप (Voters In Queue Mobile App) तथा वेबसाइट का पहली बार चुनाव में प्रयोग किया जा रहा है. इसका सबसे बड़ा लाभ ये है कि मतदाता को वोट डालने के लिए अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और वो भीड़ कम होते ही वोट डालने के लिए जा सकता है. ये प्रयोग सफल रहा तो इस प्रयोग को भविष्य में सभी विधानसभा क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है.
हरियाणा के इन जिलों में होगा ट्रायल: प्रारंभिक ट्रायल के रूप में अभी करनाल समेत गुरुग्राम, रोहतक, बहादुरगढ़, कैथल, झज्जर, रेवाड़ी, नारनौल, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, बडखल, पंचकूला, अंबाला कैंट, अंबाला सिटी, यमुनानगर, थानेसर, पानीपत और सोनीपत विधानसभा क्षेत्रों में वोटर्स-इन-क्यू एप को शुरू किया गया है. वहीं नागरिकों ने कहा कि ये चुनाव आयोग की एक अच्छी पहल है. इससे उनका समय बचेगा और वो ऐप में बूथ की स्थिति देखकर आराम से अपना वोट डाल सकते हैं.