पटना: राजधानी पटना में एक निजी कोचिंग संस्थान के ओपन सेशन का आयोजन किया गया. इसके मुख्य अतिथि के रूप में नेशनल बैडमिंटन टीम के चीफ कोच एवं पूर्व नेशनल बैडमिंटन प्लेयर पुलेला गोपीचंद नजर आए. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि खेल हो या शिक्षा दोनों एक समान हैं. दोनों में डिसिप्लिन के साथ-साथ डेडिकेशन जरूरी होता है.
कैसे आगे बढ़ेंगे खिलाड़ी और छात्र: समय के साथ इन दोनों क्षेत्रों में एक और आवश्यकता मेंटरिंग शामिल हुई है. शिक्षण के साथ प्रशिक्षण होता है तभी वर्तमान समय की प्रतिस्पर्धा के योग्य विद्यार्थी हो पाता है. इसी तरह खेल में भी डिसीप्लीन और डेडिकेशन के साथ कोचिंग अच्छी हो जाती है तो खिलाड़ी आगे बढ़ जाता है.
बिहार के खिलाड़ी को प्रशिक्षण की जरूरत: आगे उन्होंने कहा कि बिहार में खेल का माहौल पिछले कुछ सालों से बदला हुआ है. बिहार में जिस तरह से खेल का माहौल बदला है सरकार प्रयास कर रही है, इससे और भी बिहार के खिलाड़ी उभर कर सामने आएंगे और प्रदेश का विकास होगा. बिहार बड़ा स्टेट है, यहां के कोच और खिलाड़ी को प्रशिक्षण की जरूरत है, इससे प्रदेश और आगे बढ़ेगा.
बिहार में भी शुरू होगा प्रशिक्षण: पुलेल गोपीचंद ने कहा कि पहली बार 10 बच्चे और तीन प्रशिक्षक ट्रेनिंग कर के आए हैं. यहां पर ट्रेनिंग सेंटर खोलने की बात हमने कही थी लेकिन अधिकारी अभी इस पर निर्णय नहीं ले पाए हैं. हालांकि उम्मीद है कि बहुत जल्द बिहार में भी प्रशिक्षण होगा. इस कार्यक्रम में बच्चों को मोटिवेट करते हुए पुलेला गोपीचंद ने कहा कि "हमारे अंदर जीतने के लिए जुनून होना चाहिए लेकिन हार सहने की क्षमता भी होनी चाहिए. इससे एक दिन आप अपने सपने को पूरा कर सकेंगे."