नर्मदापुरम। नर्मदापुरम के माखन नगर अंतर्गत आने वाली ग्राम जावली रेत खदान पर रेत ठेका कर्मचारियों और उनके वाहन पर ग्रामीणों ने जमकर पथराव कर दिया. पथराव में कंपनी की करीब आधा दर्जन गाड़ियों के कांच टूट गए. वही कंपनी के दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए माखन नगर अस्पताल ले जाया गया है. घटना की जानकारी लगते ही बाबई थाना पुलिस सहित जिले का पुलिस अमला मौके पर पहुंचा और मामले को शांत कराने का प्रयास किया.
खदान को बंद करने की जिद पर अड़े ग्रामीण
जानकारी के मुताबिक, रेत ठेका कंपनी के रूपेश पेठे ने बताया कि, ''रेत माफिया महिलाओं को आगे कर पीछे से पथराव कर रहे थे. जिसकी जानकारी लगते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने पुलिस बल पहुंचाया.'' रूपेश पेठे ने बताया कि ''गांव में कुछ लोग रेत खदान बंद कराने की जिद पर अड़े हुए हैं. कर्मचारी, प्रशासनिक अधिकारी और ग्रामीणों के बीच रेत खदान के संबंध में बातचीत चल रही थी. पूर्व महिला सरपंच एवं जनपद सदस्य का बेटा सहित करीब एक दर्जन महिलाएं खदान निरस्त करने की मांग कर रही थीं. कंपनी खदान को बंद करने को राजी हो गई, लेकिन रेत माफिया मौके पर रेत भरकर खड़े डंपरों को वापस नहीं जाने देने और आग लगाने की जिद पर एड गए. इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. तोड़फोड़ में करीब आधा दर्जन गाड़िया क्षतिग्रस्त हुई हैं.''
मजदूरी नहीं दे रहे थे रेत ठेका कर्मचारी
मामले की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरुकरन सिंह जावली मौके पर पहुंचे. एसपी गुरुकरन सिंह ने बताया कि ''महिलाओं को ठेकेदार मजदूरी के पूरे पैसे नहीं दे रहा था, जिसके चलते महिलाएं खदान बंद करने पर की बात कह रही थीं. महिलाओं की संख्या अधिक होने के चलते महिला बल मौके पर पहुंचाया गया. फिलहाल अभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है, पुलिस बल तैनात किया गया है, स्थिति कंट्रोल में है.
खनिज अधिकारी बोले-स्थिति नियंत्रण में है
वहीं खनिज अधिकारी देवेश मरकाम ने बताया कि ''यहां पर जावली रेट खदान पर मजदूरी को लेकर रेट ठेका कंपनी एवं स्थानीय मजदूरों के बीच में कोई विवाद हुआ था. इसके बाद मामले को शांत करा दिया गया है. पुलिस बल का प्रयोग नहीं किया गया है. पुलिस बल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लगाया गया था.''