गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि एक महिला आत्मनिर्भर होती है तो समाज स्वतः सशक्त होता है. जिस समाज में महिला सशक्त होती है, उस समाज को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. वर्ष 2047 में जब देश आजादी का 100वां वर्ष पूरा करेगा तो हमें एक विकसित भारत मिलेगा. इसमें देश की आधी आबादी अपना विकास करेगी. महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार प्रत्येक स्तर पर प्रयास करेगी, जिससे उनकी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन का कार्य सुनिश्चित रहे.
सीएम योगी गुरुवार को गोरखपुर के योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में नारी शक्ति वंदन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से जुड़ी लाभार्थी महिलाओं से संवाद और 3617 स्वयं सहायता समूहों को 54 करोड़ 25 लाख रुपये का अंशकालिक ऋण भी वितरित किया. सीएम ने महिलाओं से संवाद स्थापित करते हुए स्वयं सहायता समूह के तहत किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली. उनके लाभ से उनको प्रोत्साहित किया और समूह से अधिक महिलाओं को जोड़कर, उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रेरित भी किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी को विकसित करके ही सरकार विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर पाएगी. सरकार सभी महिलाओं को आश्वस्त करती है कि उनके हितों के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेगी. शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य पूरी जिम्मेदारी के साथ करेगी. पीएम मोदी के नारी सम्मान व सुरक्षा के विजन के अनुसार, गोरखपुर के सभी महिला स्वयं सहायता समूहों एवं एनजीओ राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन के तहत अपने पैरों पर खड़ा होकर स्वावलम्बन का जीवन व्यतीत कर रही हैं. सीएम योगी ने कहा कि पिछले लोकसभा सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा व विधानसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया. इसके तहत अब लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ प्राप्त होगा. अब बिना किसी भेदभाव के उनका 33 प्रतिशत स्थान आरक्षित रहेगा.
महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू हुए कई कार्यक्रम : मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए हैं. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना योजना आदि की केन्द्र बिन्दु महिलाएं रही हैं. प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार, आज हर महिला, किसान को बिना भेदभाव के सभी सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है. जिनके पास आवास नहीं होता वे बहुत कष्ट में रहते हैं, महिलाएं उससे और कष्ट में रहती हैं. शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के माध्यम से केवल गोरखपुर में 61 हजार 556 पात्रों को आवास का लाभ मिला है. मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गोरखपुर में 38 हजार 866 लोगों को आवास का लाभ प्राप्त हुआ है.
महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही डबल इंजन की सरकार : मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गोरखपुर में कुल गठित स्वयं सहायता समूह की संख्या 20847 है. इसमें 3 लाख 5 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. जनपद में 63 हजार 563 महिलाएं निराश्रित पेंशन, 54 हजार 062 महिलएं वृद्धा पेंशन तथा 6094 महिलाएं दिव्यांगजन पेंशन योजना में लाभान्वित हो रही हैं. उज्जवला योजना के तहत 2 लाख 91 हजार महिलाओं को निशुल्क गैस का कनेक्शन प्राप्त हुआ है. 56 स्वयं सहायता समूह राशन की दुकानों का संचालन कर रही हैं. इसमें 438 महिलाएं जुड़ी हैं. स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा रही हैं.
बढ़ाई जाएगी कन्या सुमंगला योजना की धनराशि : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटी के जन्म से स्नातक तक की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दे रही है. इस योजना के अन्तर्गत अप्रैल माह से इसकी धनराशि 25 हजार की जाएगी. इस योजना के अन्तर्गत 17 लाख से अधिक बेटियों को जोड़ा जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सम्मान के दिशा में प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 3 लाख से अधिक बेटियों की शादी का कार्य सम्पन्न किया है. स्वामित्व योजना के तहत 90 लाख महिलाओं को घर का मालिकाना अधिकार दिलाया गया है. महिला स्वयं सहायता समूह हर विकासखंड में पोषण अभियान के लिए अच्छा आहार भी तैयार कर वितरित कर सकती हैं. इससे वे अधिक मुनाफा कमा सकती हैं. बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक की कमी को दूर कर रही है. इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने भी लोगों को सम्बोधित किया.