रायपुर : नगर सैनिक भर्ती की कार्रवाई शुरू हो गई है. बिलासपुर राजस्व संभाग के जिलों के लिए 465 पदों पर नगर सैनिकों की भर्ती होगी. नगर सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया 16 सितम्बर से शुरु होगी, जिसमें 21 हजार उम्मीदवार शामिल होंगे. इनमें 200 पुरूष नगर सैनिकों और 265 महिला नगर सैनिकों की भर्ती होगी.
किन जिलों में कितने पदों पर होगी भर्ती : नगर सैनिकों के 200 पदों में से बिलासपुर जिले के लिए 75 पद और मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, रायगढ़, कोरबा व जांजगीर-चांपा जिले के लिए 25-25 पद शामिल हैं. सभी उम्मीदवारों को तिथिवार कॉल-लेटर जारी कर दिया गया है.
दक्षता परीक्षण के दौरान ये दस्तावेज जरूरी : दक्षता परीक्षण के दौरान उम्मीदवारों को जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय पंजीयन, एनसीसी-सी सर्टिफिकेट, हैवी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस, संभाग स्तरीय या उच्च स्तर की खेलकूद प्रतियोगिता प्रमाण पत्र के साथ पहुंचना होगा.
दक्षता परीक्षण में होंगी ये प्रतियोगिताएं : अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के डीआईजी एसके ठाकुर ने बताया, "स्वीकृत 465 पदों में से 200 पद नगर सैनिकों के और 265 पद महिला छात्रावासों में महिला नगर सैनिकों के हैं. प्रतिदिन लगभग 1500 उम्मीदवारों की दक्षता परीक्षा मैदान में होगी."
"दक्षता परीक्षा 100 अंकों की होगी. पुरूष उम्मीदवारों के लिए 100 मीटर दौड़, 800 मीटर दौड़, लम्बी कूद और ऊंची कूद होगी. महिला उम्मीदवारों के लिए 100 मीटर दौड़ को छोड़कर शेष तीनों प्रतियोगिताएं होंगी." - एसके ठाकुर, डीआईजी, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा
कलेक्टर एसपी ने तैयारियों का लिया जायजा : नगर सैनिकों के 465 पदों के लिए लगभग 21 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं. इसे ध्यान में रखते हुए बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह मंगलवार को भरनी परसदा स्थित अग्निशमन एवं एसडीआरएफ मैदान पहुंचे. उन्होंने मैदान का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी. इस मैदान पर 16 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक भर्ती की प्रक्रिया संपन्न होगी.
आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश : कलेक्टर एसपी ने भर्ती मैदान के समतलीकरण, मैदान की घेराबंदी और बैरिकेडिंग, विभिन्न इवेन्ट्स के लिए जरूरी व्यवस्था, मेडिकल टीम, पेयजल, कूड़ादान, चलित शौचालय, भर्ती मैदान और उसके आसपास कानून-व्यवस्था व यातायात के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए. डीएफओ सत्यदेव शर्मा और जिला पंचायत के सीईओ रामप्रसाद चौहान भी इस दौरान मौजूद रहे.