मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारियों का तबादला हुआ. लेकिन 134 पुलिसकर्मी 943 आपराधिक मामलों की फाइलें साथ लेकर चले गए. ऐसे में न्याय की प्रक्रिया पर गहरा असर पड़ा है. एसएसपी के निर्देश पर इन अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करना पड़ा. बता दें कि इन लापरवाहियों की वजह से ही लंबित आपराधिक मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
पुलिस पर केस दर्जः बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने लंबित मामले जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिये हैं. उनके निर्देश के बाद अब बिहार के विभिन्न जिलों में पुलिस कप्तान एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर की नगर पुलिस उपाधीक्षक सीमा देवी ने 134 पुलिस पदाधिकारी पर केस दर्ज कराया है. मुजफ्फरपुर के शहरी इलाके के प्रमुख नगर थाना, सदर थाना, अहियापुर थाना, काजी मोहम्मदपुर थाना और शहरी इलाके से सटे मनियारी थाना में इनके खिलाफ दर्ज किया गया है.
क्या है मामलाः पुलिस मुख्यालय से 5 से 10 साल पुराने केस के डिस्पोजल का निर्देश मिलने के बाद पुलिस अधिकारी ने जांच शुरू की कि मामला पेंडिंग क्यों है. जांच में पता चला कि 134 पुलिस अधिकारियों ने तबादला होने के बाद 943 केस डायरी अपने साथ लेते चले गये. अब तक अपने समकक्ष या थाना में जहां पहले थे जमा नहीं किया है. इस वजह से केस की जांच प्रभावित हो रहा है.
"पुराने केस डायरी को अब तक पेंडिंग रखने वाले 134 पुलिस पदाधिकारी पर केस दर्ज किया गया है. इन सभी को केस डायरी जमा करने के लिए कई बार कहा गया, लेकिन ये लोग नहीं जमा कर रहे थे इसलिए यह कार्रवाई की गई है. अगर अभी भी ये लोग जमा कर देते हैं तो ठीक है."- सीमा देवी, नगर पुलिस उपाधीक्षक-01, मुजफ्फरपुर
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