ETV Bharat / state

हरियाणा में आढ़तियों का प्रदर्शन, दूसरे दिन भी नहीं शुरू हो पाई सरसों की सरकारी खरीद, किसान परेशान - Mustard Procurement In Haryana

Mustard Procurement In Haryana: सरकार के मुताबिक हरियाणा में 26 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन धरातल पर तस्वीर बिल्कुल अलग है. आढ़तियों की हड़ताल की वजह से दूसरे दिन भी सरसों की खरीद नहीं हो पा रही है.

Mustard Procurement In Haryana
Mustard Procurement In Haryana
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Mar 27, 2024, 2:08 PM IST

Updated : Mar 27, 2024, 2:57 PM IST

भिवानी/करनाल/चरखी दादरी/: मंगलवार से हरियाणा में सरसों की खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन भिवानी अनाज मंडी में पहले दिन सरसों की खरीद नहीं हुई. जिसके चलते आढ़तियों ने भिवानी की नई अनाज मंडी में विरोध प्रदर्शन कर सरकार और प्रशासन से मांग की कि भिवानी की अनाज मंडी में सरसों की खरीद जल्द शुरू की जाए. आढ़तियों की मांग है कि ये खरीद आढ़तियों के माध्यम से की जाए और आढ़तियों को ढाई प्रतिशत की आढ़त दी जाए. उन्होंने सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई, तो वो हड़ताल कर मंडी को पूर्ण रूप से बंद कर देंगे.

भिवानी में नहीं हुई सरसों की खरीद: भिवानी में दूसरे दिन भी सरसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई. जिसके चलते किसानों में खासा रोष बना हुआ है. भिवानी अनाज मंडी के सुपरवाइजर योगेश शर्मा ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार किसान का एक-एक दाना सरसों का खरीदा जाएगा. उन्होंने बताया कि सबसे पहले नैफेड के माध्यम से सरसों की खरीद शुरू की जाएगी, जिसको लेकर सभी व्यवस्थाएं भी की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 5650 रुपये सरसों खरीद का भाव तय किया गया है. उसी के अनुसार फसल खरीद की जाएगी.

डीसी ने अधिकारियों को कमेटी बनाकर किया नियुक्त: गौरतलब है कि रबी की फसल खरीद कार्य को सुचारू व नियमित ढंग से चलाने के लिए भिवानी के उपायुक्त नरेश नरवाल ने प्रत्येक मंडियों पर कमेटी बनाकर अधिकारियों की नियुक्ति की है. उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फसल खरीद कार्य के दौरान किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए. इसके साथ केवल मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत फसल की खरीद की जाए. किसानों को टोकन मिलने में परेशानी ना हो. मंडियों में सफाई के साथ-साथ किसानों के लिए पेयजल-बिजली आदि की सुविधा सही हो.

डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो ये सुनिश्चित करें कि फसल खरीद के साथ-साथ उसका उठान भी नियमित रूप से हो. उपायुक्त ने कमेटियों में शामिल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं वो फसल खरीद को लेकर सरकार के निर्देशों की पालना करें. मंडियों में सीसीटीवी लगे हों. निर्धारित समय के अनुसार की टोकन देकर फसल खरीद कार्य किया जाए तथा उसकी रिपोर्ट भेजी जाए.

करनाल में पहले दिन हुई सरसों की खरीद: करनाल में भी किसान भारी मात्रा में सरसों लेकर अनाज मंडी पहुंचे. सरकार के मुताबिक 26 मार्च से मंडियों में सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है. प्रदेश भर में सरसों की फसल एमएसपी पर खरीदने के लिए 106 केंद्र बनाए गए हैं. घरौंडा मंडी में भी सरसों की सरकारी खरीद का केंद्र बनाया गया है. यहां पर नैफेड द्वारा सरसों की खरीद शुरू की गई.

दोपहर बाद नैफेड और मार्केट कमेटी के अधिकारी सरसों की ढेरियों पर पहुंचे और फसल में नमी की मात्रा और गुणवत्ता मानकों की जांच की. सरकार द्वारा सरसों की खरीद को लेकर निर्धारित किए गए नियमों पर खरा उतरने के बाद सरसों की खरीद हुई. हैफेड प्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मंडी में सरसों की खरीद जारी है. नियमों के अनुसार सरसों खरीदी जाएगी. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो अपनी फसल अच्छी तरह से सूखा कर और साफ करके लाएं.

चरखी दादरी में आढ़तियों का प्रदर्शन: सरकार ने 26 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने का ऐलान किया था. चरखी दादरी में पहले दिन सरसों का एक भी दाना नहीं बिका. आढ़तियों ने मंडी प्रशासन पर आरोप लगाया कि अधूरे प्रबंध हैं और कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है. आढ़तियों ने मंडी में मीटिंग कर सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार किया और खरीद करने वाले आढ़ती पर 5 हजार रुपये जुर्माना करने का भी निर्णय लिया.

उधर मंडी प्रशासन ने पुख्ता प्रबंधों का दावा करते हुए आवक होने पर ही नमी अनुसार खरीद करने की बात कही. हालात ऐसे हैं कि तेल मिल मालिक बाहर से ही सरसों खरीदकर सरकार को मार्केट फीस और जीएसटी की लाखों रुपए की चपत लगा रहे हैं. आढ़तियों ने मांग की है कि सरसों की सरकारी खरीद उनके जरिए हो और ढाई प्रतिशत उन्हें आढ़त मिले. जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी, वे सरसों की खरीद नहीं करेंगे.

ये भी पढ़ें- सरसों में सफेद रतुआ से किसान परेशान, कृषि विभाग के उपनिदेशक ने अन्नदाताओं को दी ये सलाहये भी

ये भी पढ़ें- नूंह में रंग ला रही किसानों की मेहनत, खेतों में लहलहा रही सरसों की फ़सल, कृषि विभाग ने भी जताई अच्छे उत्पादन की उम्मीद

भिवानी/करनाल/चरखी दादरी/: मंगलवार से हरियाणा में सरसों की खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन भिवानी अनाज मंडी में पहले दिन सरसों की खरीद नहीं हुई. जिसके चलते आढ़तियों ने भिवानी की नई अनाज मंडी में विरोध प्रदर्शन कर सरकार और प्रशासन से मांग की कि भिवानी की अनाज मंडी में सरसों की खरीद जल्द शुरू की जाए. आढ़तियों की मांग है कि ये खरीद आढ़तियों के माध्यम से की जाए और आढ़तियों को ढाई प्रतिशत की आढ़त दी जाए. उन्होंने सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई, तो वो हड़ताल कर मंडी को पूर्ण रूप से बंद कर देंगे.

भिवानी में नहीं हुई सरसों की खरीद: भिवानी में दूसरे दिन भी सरसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई. जिसके चलते किसानों में खासा रोष बना हुआ है. भिवानी अनाज मंडी के सुपरवाइजर योगेश शर्मा ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार किसान का एक-एक दाना सरसों का खरीदा जाएगा. उन्होंने बताया कि सबसे पहले नैफेड के माध्यम से सरसों की खरीद शुरू की जाएगी, जिसको लेकर सभी व्यवस्थाएं भी की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 5650 रुपये सरसों खरीद का भाव तय किया गया है. उसी के अनुसार फसल खरीद की जाएगी.

डीसी ने अधिकारियों को कमेटी बनाकर किया नियुक्त: गौरतलब है कि रबी की फसल खरीद कार्य को सुचारू व नियमित ढंग से चलाने के लिए भिवानी के उपायुक्त नरेश नरवाल ने प्रत्येक मंडियों पर कमेटी बनाकर अधिकारियों की नियुक्ति की है. उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फसल खरीद कार्य के दौरान किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए. इसके साथ केवल मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत फसल की खरीद की जाए. किसानों को टोकन मिलने में परेशानी ना हो. मंडियों में सफाई के साथ-साथ किसानों के लिए पेयजल-बिजली आदि की सुविधा सही हो.

डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो ये सुनिश्चित करें कि फसल खरीद के साथ-साथ उसका उठान भी नियमित रूप से हो. उपायुक्त ने कमेटियों में शामिल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं वो फसल खरीद को लेकर सरकार के निर्देशों की पालना करें. मंडियों में सीसीटीवी लगे हों. निर्धारित समय के अनुसार की टोकन देकर फसल खरीद कार्य किया जाए तथा उसकी रिपोर्ट भेजी जाए.

करनाल में पहले दिन हुई सरसों की खरीद: करनाल में भी किसान भारी मात्रा में सरसों लेकर अनाज मंडी पहुंचे. सरकार के मुताबिक 26 मार्च से मंडियों में सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है. प्रदेश भर में सरसों की फसल एमएसपी पर खरीदने के लिए 106 केंद्र बनाए गए हैं. घरौंडा मंडी में भी सरसों की सरकारी खरीद का केंद्र बनाया गया है. यहां पर नैफेड द्वारा सरसों की खरीद शुरू की गई.

दोपहर बाद नैफेड और मार्केट कमेटी के अधिकारी सरसों की ढेरियों पर पहुंचे और फसल में नमी की मात्रा और गुणवत्ता मानकों की जांच की. सरकार द्वारा सरसों की खरीद को लेकर निर्धारित किए गए नियमों पर खरा उतरने के बाद सरसों की खरीद हुई. हैफेड प्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मंडी में सरसों की खरीद जारी है. नियमों के अनुसार सरसों खरीदी जाएगी. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो अपनी फसल अच्छी तरह से सूखा कर और साफ करके लाएं.

चरखी दादरी में आढ़तियों का प्रदर्शन: सरकार ने 26 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने का ऐलान किया था. चरखी दादरी में पहले दिन सरसों का एक भी दाना नहीं बिका. आढ़तियों ने मंडी प्रशासन पर आरोप लगाया कि अधूरे प्रबंध हैं और कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है. आढ़तियों ने मंडी में मीटिंग कर सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार किया और खरीद करने वाले आढ़ती पर 5 हजार रुपये जुर्माना करने का भी निर्णय लिया.

उधर मंडी प्रशासन ने पुख्ता प्रबंधों का दावा करते हुए आवक होने पर ही नमी अनुसार खरीद करने की बात कही. हालात ऐसे हैं कि तेल मिल मालिक बाहर से ही सरसों खरीदकर सरकार को मार्केट फीस और जीएसटी की लाखों रुपए की चपत लगा रहे हैं. आढ़तियों ने मांग की है कि सरसों की सरकारी खरीद उनके जरिए हो और ढाई प्रतिशत उन्हें आढ़त मिले. जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी, वे सरसों की खरीद नहीं करेंगे.

ये भी पढ़ें- सरसों में सफेद रतुआ से किसान परेशान, कृषि विभाग के उपनिदेशक ने अन्नदाताओं को दी ये सलाहये भी

ये भी पढ़ें- नूंह में रंग ला रही किसानों की मेहनत, खेतों में लहलहा रही सरसों की फ़सल, कृषि विभाग ने भी जताई अच्छे उत्पादन की उम्मीद

Last Updated : Mar 27, 2024, 2:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.