प्रयागराज : इलाहाबाद हाईकोर्ट में मंगलवार को अफजाल अंसारी और अब्बास अंसारी के मामलों में सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी के दूसरे बेटे उमर अंसारी की मौजूदगी चर्चा में रही.
हाईकोर्ट में कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन को लेकर अफजाल अंसारी और अब्बास अंसारी के मुकदमे के खिलाफ याचिका पर मंगलवार को सुनवाई नियत थी. सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी का छोटा बेटा उमर अंसारी भी कॉरिडोर में मौजूद रहा. इसी कोर्ट में जबरन जमीन की रजिस्ट्री कराने के मामले में अब्बास अंसारी की जमानत अर्जी पर भी सुनवाई होनी थी. लोगों ने कॉरिडोर में उमर अंसारी को अधिवक्ता उपेंद्र उपाध्याय के पास देखा. इस दौरान उमर अंसारी ने फोटो एफिडेविट सेंटर में फोटो भी खिंचवाई. एडवोकेट उपेंद्र उपाध्याय ने बताया कि उमर अंसारी अपने बड़े भाई अब्बास अंसारी की जमानत मामले में पैरवी के लिए आया था. साथ ही उसे एफिडेविट आदि भी दाखिल करने हैं, इसलिए उसने फोटो खिंचवाई. लोगों में चर्चा रही कि उमर अंसारी अपने वालिद मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उठे सवालों पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में आया था.
बता दें कि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी को कासगंज जेल से गाजीपुर लाया गया था. अब्बास अंसारी को लगभग छह घंटे गाजीपुर जेल में रखने के बाद शाम चार बजे मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास फाटक ले जाया गया था. जहां से शाम 6:45 पर कब्रिस्तान मुहम्मदाबाद के कालीबाग ले जाया गया था. इस दौरान अब्बास अंसारी के साथ अफजाल अंसारी, सिबगतुल्लाह अंसारी, मुख्तार का छोटा बेटा उमर अंसारी, शोहेब अंसारी, सलमान अंसारी ने मुख्तार के कब्र पर फातिहा पढ़ा था. अब्बास अंसारी कालीबाग कब्रिस्तान में 15 मिनट तक रहा था. इसके बाद जिला जेल गाजीपुर के लिए भेज दिया गया था.