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जौनसारी फिल्म 'मेरे गांव की बाट का लिया गया मुहूर्त शॉट, देवभूमि की संस्कृति और विरासत से रूबरू होंगे दर्शक - uttarakhand film Mere Ganv ki Bat

Jaunsari Movie Mere Ganv ki Bat जौनसारी अपकमिंग फिल्म 'मेरे गांव की बाट' में जल्द दर्शकों को स्थानीय संस्कृति और विरासत की झलक देखने का मौका मिलेगा. फटियो गांव में फिल्म का मुहूर्त शॉर्ट फिल्माया गया. फिल्म में स्थानीय कलाकारों को तवज्जो दी गई है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 1, 2024, 5:39 PM IST

विकासनगर: जौनसारी फिल्म 'मेरे गांव की बाट' का मुहूर्त शॉर्ट किया गया. जौनसार बावर के फटियो गांव में वरिष्ठ साहित्यकार एवं सुप्रसिद्ध रंगकर्मी स्वर्गीय रतन सिंह जौनसारी के जयंती के अवसर पर फिल्म का मुहूर्त शॉर्ट फिल्माया गया. फिल्म में सारे कलाकार स्थानीय है और स्थानीय भाषा को प्रमोट करने के लिए फिल्म लोकल लैंग्वेज में बनाई जा रही है.

Vikas Nagar
फिल्म का मुहूर्त शॉर्ट फिल्माया गया

देवभूमि उत्तराखंड की हसीन वादियां फिल्म डेस्टिनेशन के लिए काफी खास हैं. यहां हर कदम-कदम पर फिल्म मेकरों को बेहतरीन लोकेशन मिल जाती है. इसलिए प्रदेश में कई फिल्मों की समय-समय पर शूटिंग होती रहती है. उत्तराखंड में कुमाऊंनी, गढ़वाली भाषा में कई फिल्में बन चुकी हैं. कई बनने को तैयार हैं. वहीं जनजातीय क्षेत्र में भी कुछ जागरूक लोगों ने जौनसारी फिचर फिल्म निर्माण करने का निर्णय लिया है. साथ ही फिल्म को लेकर क्षेत्र के जानकारों से संवाद कर पटकथा तैयार की गई है. जिसका मुहूर्त शॉट विधिवत फटियो गांव में लिया गया.फिल्म में सभी कलाकार जौनसार बावर के पृष्ठभूमि से हैं. भारतीय तटरक्षक बल के सेवानिवृत अपर महानिदेशक कृपाराम जोशी ने कहा कि पहली बार किसी ने पहल की है.

मूवी के माध्यम से जौनसार बावर के कल्चर को प्रोत्साहन मिलेगा. जौनसारी भाषा में फिल्म का निर्माण किया जाएगा. जौनसार बावर के कल्चर से कई लोग अभी परिचित नहीं हैं, यहां करीब एक लाख बीस हजार के करीब लोग निवास करते हैं. हमारी संस्कृति ऐसी है कि इससे सभी लोग काफी कुछ सीख सकते हैं. कहा कि मूवी कल्चर को प्रमोट करने के लिए बहुत बड़ा काम करेगी. सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक कलम सिंह चौहान ने कहा कि अभी तक जौनसार बाबर से रिलेटेड कोई भी फिल्म नहीं बनी थी और यह पहली जौनसारी फिल्म बन रही है. फिल्म का नाम 'मेरे गांव की बाट' है. इस फिल्म में जौनसार की संस्कृति,कला, रीति रिवाज का फिल्मांकन किया जाएगा. फिल्म के माध्यम से जौनसार बावर की के कल्चर से लोगों को रूबरू कराया जाएगा. कहा कि फिल्म के माध्यम से लोग जौनसार बावर को जान सके.

फिल्म के लेखक एवं निर्देशक अनुज जोशी ने कहा कि जौनसारी फिल्म मेरे गांव की बाट यह एक पारिवारिक कहानी है. उन्होंने कहा कि गढ़वाली, कुमाऊंनी में काफी फिल्में बनी हैं, लेकिन जौनसारी भाषा में काफी कम काम हुआ है. इसलिए जौनसारी भाषा में फिल्म बनाई जा रही है. फिल्म में जौनसारी भाषा में ही गीत लिखे गए हैं. फिल्म लगभग 150 मिनट की होगी, यह फिल्म को दिल्ली,देहरादून,विकासनगर और हिमाचल के कुछ इलाकों में प्रदर्शित की जाएगी. फिल्म सुमिकल प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही है.

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विकासनगर: जौनसारी फिल्म 'मेरे गांव की बाट' का मुहूर्त शॉर्ट किया गया. जौनसार बावर के फटियो गांव में वरिष्ठ साहित्यकार एवं सुप्रसिद्ध रंगकर्मी स्वर्गीय रतन सिंह जौनसारी के जयंती के अवसर पर फिल्म का मुहूर्त शॉर्ट फिल्माया गया. फिल्म में सारे कलाकार स्थानीय है और स्थानीय भाषा को प्रमोट करने के लिए फिल्म लोकल लैंग्वेज में बनाई जा रही है.

Vikas Nagar
फिल्म का मुहूर्त शॉर्ट फिल्माया गया

देवभूमि उत्तराखंड की हसीन वादियां फिल्म डेस्टिनेशन के लिए काफी खास हैं. यहां हर कदम-कदम पर फिल्म मेकरों को बेहतरीन लोकेशन मिल जाती है. इसलिए प्रदेश में कई फिल्मों की समय-समय पर शूटिंग होती रहती है. उत्तराखंड में कुमाऊंनी, गढ़वाली भाषा में कई फिल्में बन चुकी हैं. कई बनने को तैयार हैं. वहीं जनजातीय क्षेत्र में भी कुछ जागरूक लोगों ने जौनसारी फिचर फिल्म निर्माण करने का निर्णय लिया है. साथ ही फिल्म को लेकर क्षेत्र के जानकारों से संवाद कर पटकथा तैयार की गई है. जिसका मुहूर्त शॉट विधिवत फटियो गांव में लिया गया.फिल्म में सभी कलाकार जौनसार बावर के पृष्ठभूमि से हैं. भारतीय तटरक्षक बल के सेवानिवृत अपर महानिदेशक कृपाराम जोशी ने कहा कि पहली बार किसी ने पहल की है.

मूवी के माध्यम से जौनसार बावर के कल्चर को प्रोत्साहन मिलेगा. जौनसारी भाषा में फिल्म का निर्माण किया जाएगा. जौनसार बावर के कल्चर से कई लोग अभी परिचित नहीं हैं, यहां करीब एक लाख बीस हजार के करीब लोग निवास करते हैं. हमारी संस्कृति ऐसी है कि इससे सभी लोग काफी कुछ सीख सकते हैं. कहा कि मूवी कल्चर को प्रमोट करने के लिए बहुत बड़ा काम करेगी. सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक कलम सिंह चौहान ने कहा कि अभी तक जौनसार बाबर से रिलेटेड कोई भी फिल्म नहीं बनी थी और यह पहली जौनसारी फिल्म बन रही है. फिल्म का नाम 'मेरे गांव की बाट' है. इस फिल्म में जौनसार की संस्कृति,कला, रीति रिवाज का फिल्मांकन किया जाएगा. फिल्म के माध्यम से जौनसार बावर की के कल्चर से लोगों को रूबरू कराया जाएगा. कहा कि फिल्म के माध्यम से लोग जौनसार बावर को जान सके.

फिल्म के लेखक एवं निर्देशक अनुज जोशी ने कहा कि जौनसारी फिल्म मेरे गांव की बाट यह एक पारिवारिक कहानी है. उन्होंने कहा कि गढ़वाली, कुमाऊंनी में काफी फिल्में बनी हैं, लेकिन जौनसारी भाषा में काफी कम काम हुआ है. इसलिए जौनसारी भाषा में फिल्म बनाई जा रही है. फिल्म में जौनसारी भाषा में ही गीत लिखे गए हैं. फिल्म लगभग 150 मिनट की होगी, यह फिल्म को दिल्ली,देहरादून,विकासनगर और हिमाचल के कुछ इलाकों में प्रदर्शित की जाएगी. फिल्म सुमिकल प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही है.

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