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निरक्षर लेकिन वोटिंग में क्यों अव्वल रहे ये आदिवासी? रतलाम लोकसभा में पलायन के बाद भी सैलाना में बना रिकॉर्ड - MP Highest voting in Sailana - MP HIGHEST VOTING IN SAILANA

मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न होने के बाद सर्वाधिक मतदान प्रतिशत के मामले में रतलाम जिले के आदिवासी अंचल का सैलाना विधानसभा क्षेत्र लगातार तीसरी बार प्रदेश में अव्वल रहा है. आदिवासी अंचल होने के बाद भी यहां वोटिंग परसेंटेज क्यों हाई रहता है, जानिए इसके कारण.

MP Highest voting in Sailana
रतलाम लोकसभा सीट के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक वोटिंग (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 17, 2024, 2:08 PM IST

Updated : May 17, 2024, 3:23 PM IST

मध्य प्रदेश में वोटिंग में सैलाना बना नंबर वन (ETV BHARAT)

रतलाम। रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर 13 मई को लोकसभा चुनाव के लिए 84.37 प्रतिशत मतदान हुआ. मध्य प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में ये सर्वाधिक है. खास बात यह है कि असाक्षरता और आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के बावजूद सैलाना के लोगों ने जागरूकता दिखाई. सैलाना विधानसभा क्षेत्र की सफलता में यहां के प्रशासनिक अधिकारी और निर्वाचन कर्मचारियों का बड़ा रोल है. स्थानीय प्रशासन ने पलायन कर गए परिवारों को फोन कर मतदान करने के लिए आमंत्रित किया. वहीं हर मतदाता की मार्किंग कर उसका मतदान सुनिश्चित करवाया.

कैसे बना सैलाना वोटिंग में नंबर वन

सैलाना एसडीएम मनीष जैन का कहना है- "सैलाना विधानसभा क्षेत्र में 80 से 90 फ़ीसदी तक पलायन होता है. खासकर अप्रैल और मई के महीने में गांव खाली हो जाते हैं. ऐसे में इतने बड़े पैमाने पर वोटिंग करवाना बड़ी चुनौती थी. इसके लिए हर पंचायत में पलायन करने वाले लोगों की सूची तैयार करवाई गई. एक महीने से लेकर 15 दिन तक लगातार कर्मचारियों की ड्यूटी लगवाकर इन मतदाताओं को बारी-बारी से फोन लगवाए गए. उन्हें मतदान के लिए सैलाना बुलाया गया. यह रणनीति काम कर गई और सैलाना में विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी बंपर वोटिंग हुई."

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प्रशासन और निर्वाचन कर्मियों का बड़ा योगदान

इस बड़े रिकॉर्ड के पीछे सैलाना अनुभाग के अधिकारियों और कर्मचारी का बड़ा योगदान है. विधानसभा चुनाव के पूर्व ही मतदाता सूची का शुद्धिकरण करवाया गया. मृत हो चुके या कहीं और जा चुके मतदाताओं के नाम विलोपित किए गए. नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए. कई मतदाताओं को मतदान करने के लिए 5 से 6 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था, उन मतदाताओं के नाम पास के ही मतदान केंद्र पर जोड़े गए. ऐसे में वोटर बड़ी संख्या में वोट देने के लिए पोलिंग बूथ तक पहुंचे. एसडीम मनीष जैन ने बताया - "बीमार और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए टीम ने घर पहुंच कर उनका मतदान करवाया. इसी वजह से विधानसभा चुनाव में सैलाना में 90% और लोकसभा चुनाव में 84.37 प्रतिशत मतदान हुआ."

मध्य प्रदेश में वोटिंग में सैलाना बना नंबर वन (ETV BHARAT)

रतलाम। रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर 13 मई को लोकसभा चुनाव के लिए 84.37 प्रतिशत मतदान हुआ. मध्य प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में ये सर्वाधिक है. खास बात यह है कि असाक्षरता और आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के बावजूद सैलाना के लोगों ने जागरूकता दिखाई. सैलाना विधानसभा क्षेत्र की सफलता में यहां के प्रशासनिक अधिकारी और निर्वाचन कर्मचारियों का बड़ा रोल है. स्थानीय प्रशासन ने पलायन कर गए परिवारों को फोन कर मतदान करने के लिए आमंत्रित किया. वहीं हर मतदाता की मार्किंग कर उसका मतदान सुनिश्चित करवाया.

कैसे बना सैलाना वोटिंग में नंबर वन

सैलाना एसडीएम मनीष जैन का कहना है- "सैलाना विधानसभा क्षेत्र में 80 से 90 फ़ीसदी तक पलायन होता है. खासकर अप्रैल और मई के महीने में गांव खाली हो जाते हैं. ऐसे में इतने बड़े पैमाने पर वोटिंग करवाना बड़ी चुनौती थी. इसके लिए हर पंचायत में पलायन करने वाले लोगों की सूची तैयार करवाई गई. एक महीने से लेकर 15 दिन तक लगातार कर्मचारियों की ड्यूटी लगवाकर इन मतदाताओं को बारी-बारी से फोन लगवाए गए. उन्हें मतदान के लिए सैलाना बुलाया गया. यह रणनीति काम कर गई और सैलाना में विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी बंपर वोटिंग हुई."

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प्रशासन और निर्वाचन कर्मियों का बड़ा योगदान

इस बड़े रिकॉर्ड के पीछे सैलाना अनुभाग के अधिकारियों और कर्मचारी का बड़ा योगदान है. विधानसभा चुनाव के पूर्व ही मतदाता सूची का शुद्धिकरण करवाया गया. मृत हो चुके या कहीं और जा चुके मतदाताओं के नाम विलोपित किए गए. नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए. कई मतदाताओं को मतदान करने के लिए 5 से 6 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था, उन मतदाताओं के नाम पास के ही मतदान केंद्र पर जोड़े गए. ऐसे में वोटर बड़ी संख्या में वोट देने के लिए पोलिंग बूथ तक पहुंचे. एसडीम मनीष जैन ने बताया - "बीमार और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए टीम ने घर पहुंच कर उनका मतदान करवाया. इसी वजह से विधानसभा चुनाव में सैलाना में 90% और लोकसभा चुनाव में 84.37 प्रतिशत मतदान हुआ."

Last Updated : May 17, 2024, 3:23 PM IST
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