नई दिल्ली: दिल्ली डिस्ट्रिक्ट एंड क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के 13, 14 और 15 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अभी तक करीब 129 लोगों ने अलग-अलग पदों के लिए नामांकन किया है. इनमें अगर अध्यक्ष पद के लिए बात करें तो तीन बड़े नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं. इनमें पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली के पुत्र रोहन जेटली और उनकी पत्नी संगीता जेटली ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है.
वहीं विरोधी गुट से पूर्व क्रिकेटर एवं टीएमसी के लोकसभा सांसद कीर्ति आजाद ने नामांकन किया है. अन्य बड़े नाम की बात करें तो पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सीके खन्ना की बेटी शिखा कुमार ने भी डीडीसीए उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है. इसके साथ ही डीडीसीए के मौजूदा संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने भी उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है. इतना ही नहीं राजन मनचंदा ने कोषाध्यक्ष पद के लिए भी नामांकन किया है.
इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के कोच और पूर्व भाजपा सांसद गौतम गंभीर के मामा पवन गुलाटी ने उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष तीन पदों के लिए नामांकन किया है. पवन गुलाटी मौजूदा समय में डीडीसीए के कोषाध्यक्ष हैं. इसके अलावा बार काउंसिल आफ दिल्ली (बीसीडी) के अध्यक्ष एडवोकेट सूर्य प्रकाश खत्री ने भी डीडीसीए सचिव, कोषाध्यक्ष और निदेशक पद के लिए नामांकन किया है.
वहीं, विरोधी गुट से संजय भारद्वाज ने उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है. इसके अलावा साकेत बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष करनैल सिंह ने भी डीडीसीए सचिव पद के लिए नामांकन किया है. इसके साथ ही डीडीसीए के पूर्व सचिव विनोद तिहारा ने भी सचिव पद के लिए नामांकन किया है. हालांकि, नामांकन करने वाले अधिकतर लोग रोहन जेटली ग्रुप के ही हैं.
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नामांकन और वोटों का गणित
नामांकन के बाद अब वोटों का गणित किसके पास कितना है, उसके आधार पर रोहन जेटली ग्रुप, सीके खन्ना ग्रुप, विनोद तिहारा ग्रुप और गौतम गंभीर ग्रुप यह सभी लोग मिलकर के अलग-अलग पदों के लिए अंतिम रूप से प्रत्याशी तय करेंगे. साथ ही अन्य लोग अपने नामांकन वापस लेंगे. डीडीसीए के सदस्य भारत गौड़ ने बताया कि सीके खन्ना ग्रुप, विनोद तिहरा ग्रुप और गौतम गंभीर ग्रुप इन सभी की तरफ से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रोहन जेटली और संगीता जेटली में से ही कोई एक होगा होगा. जबकि विरोधी गुट से टीएमसी सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का नाम तय है.
कीर्ति आजाद को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के एडवोकेट का समर्थन
कीर्ति आजाद को संजय भारद्वाज ग्रुप और डीडीसीए अध्यक्ष का पिछला चुनाव लड़ चुके सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट विकास सिंह का भी समर्थन हासिल है. इसलिए यह तय है कि जेटली ग्रुप से अध्यक्ष पद पर मुकाबला कीर्ति आजाद का ही होगा. डीडीसीए और बीसीसीआई चुनाव के जानकारों का कहना है कि रोहन जेटली का नाम बीसीसीआई सचिव पद की दौड़ में भी शामिल है. लेकिन, उस दौड़ में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अनिल पटेल जिनको अमित शाह का खास बताया जाता है उनका भी नाम शामिल है. बीसीसीआई सचिव पद एक दिसंबर को जय शाह के द्वारा आईसीसी अध्यक्ष पद संभालने के बाद खाली होना है. उसी दिन नए बीसीसीआई सचिव की नियुक्ति होनी है.
रोहन जेटली और संगीता जेटली लड़ेंगी चुनाव जानकारों का कहना है कि डीडीसीए अध्यक्ष पद पर रोहन जेटली या संगीता जेटली दोनों के द्वारा नामांकन करने के पीछे की वजह यह है कि अगर रोहन जेटली को एक दिसंबर को बीसीसीआई सचिव चुना जीता है तो फिर वह अध्यक्ष पद से अपना नाम वापस ले लेंगे और संगीता जेटली डीडीसीए अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगी. वहीं, अगर रोहन जेटली को बीसीसीआई सचिव नहीं बनाया जाता है तो फिर संगीता जेटली अपना नाम वापस लेंगी और रोहन जेटली ही अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे.
बता दें कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली लंबे समय तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे. जब उन्होंने यह पद छोड़ा तो फिर अपने विश्वासपात्र रजत शर्मा को डीडीसीए अध्यक्ष का चुनाव लड़वाया और जिताया. जब रजत शर्मा ने बीच में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था तो फिर रोहन जेटली चुनाव लड़कर अध्यक्ष बने. उसके बाद से रोहन जेटली ही अध्यक्ष हैं. करीब 30 वर्षों से डीडीसीए पर अरुण जेटली और उनके समर्थकों का कब्जा है. अभी तक अरुण जेटली के ग्रुप को हराकर के कोई भी ग्रुप डीडीसीए पर काबिज नहीं कर पाया है.
पिछले चुनाव में सचिव पद पर जरूर ऐसा हुआ था कि रोहन जेटली के ग्रुप से अलग चुनाव लड़कर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा के पुत्र सिद्धार्थ साहिब सिंह ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने रोहन जेटली ग्रुप के सचिव पद के प्रत्याशी विनोद तिहारा को बड़े अंतर से हराया था. सिद्धार्थ साहिब सिंह की जीत में उनके बड़े भाई एवं भाजपा के पश्चिमी दिल्ली के तत्कालीन सांसद प्रवेश वर्मा की बड़ी भूमिका रही थी. लेकिन, इस बार अब सिद्धार्थ साहिब सिंह डीडीसीए के चुनाव से दूर हैं और उन्होंने किसी पद पर कोई आवेदन नहीं किया है.
तीन दिसंबर है नाम वापसी की अंतिम तिथि
डीडीसीए चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर तपस कुमार भट्टाचार्य के अनुसार नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 3 दिसंबर है. उसके बाद 4 दिसंबर को प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी. इसके बाद प्रत्याशी अपने-अपने चुनाव प्रचार में जुट जाएंगे. डीडीसीए के चुनाव में करीब साढे चार हजार सदस्य मतदाता हैं, जो 13, 14 और 15 दिसंबर को 3 दिन में से किसी भी दिन अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं.
मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद 15 दिसंबर को ही रात में मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 16 दिसंबर को दोपहर तक डीडीसीए के सभी पदाधिकारी का परिणाम घोषित हो जाएगा. बता दें कि डीडीसीए में पांच पदाधिकारी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष के लिए मतदान होता है. इसके साथ ही नौ निदेशक पद के लिए भी मतदान होता है.
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