भोपाल। मध्य प्रदेश में जल्द ही कक्षा 10वीं और 12वीं क्लॉस में स्टूडेंट्स को हार्टिकल्चर, डेयरी और पशुपालन से जुड़े विषय पढ़ाए जाएंगे. इन क्लॉस में स्टूडेंट्स को अपनी रूचि के हिसाब से इनसे जुडे सब्जेक्ट्स को चुनने का मौका मिलेगा. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में इसको लेकर निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा की तरह स्कूलों में सब्जेक्ट सिलेक्शन की व्यवस्था लागू करने के लिए शिक्षाविदों, टीचर्स और सब्जेक्ट एक्सपर्ट की टास्क फोर्स गठित करने के लिए कहा है.
सीएम राइज स्कूलों में ई बसें चलेंगी
स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सीएम राइज स्कूलों में परिवहन व्यवस्था भी रहेगी. इसमें कोशिश की जाए कि ई-बसों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किया जाए. नगरीय निकाय में स्कूलों तक बच्चों को लाने-ले जाने के लिए नगर वाहन सेवा के वाहनों का भी उपयोग किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि नए स्कूल भवनों के लिए जल्द से जल्द भूमि चिन्हित की जाए. मध्य प्रदेश में पहले चरण में 274 सीएम राइज स्कूलों का निर्माण होना है, इसमें से 21 स्कूलों के भवन निर्माण का काम अगस्त माह तक पूरा हो जाएगा.
हर ब्लॉक में आईटीआई स्थापित करने के निर्देश
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि 'शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के लिए सभी ब्लॉक में एक आईटीआई स्थापित करने की दिशा में कोशिश की जाए. जहां आईटीआई नहीं है, वहां निजी क्षेत्र के साथ मिलकर सुविधा उपलब्ध कराने की रणनीति बनाई जाए. सीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा में अपनी रूचि के आधार पर सब्जेक्ट चुनने की व्यवस्था है. इस तरह की व्यवस्था प्रदेश के सीएम राइज स्कूलों में भी शुरू की जानी चाहिए. हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी में एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी जैसे सब्जेक्ट की पढ़ाई शुरू कराई जाए. प्रदेश के स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चे खेती-बाड़ी की पृष्ठभूमि से आते हैं. ऐसे में उनका ऐसे सब्जेक्ट से ज्यादा जुड़ाव होगा. ऐसे सब्जेक्ट बच्चे अपनी रूचि और प्राथमिकता के आधार पर चुन सकें, ऐसी व्यवस्था बनाई जाए.