भोपाल। बीजेपी में नेताओं के आने का सिलसिला जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब उनके भाई जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है. उनके अलावा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी पूर्व विधायक पारुल साहू, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. प्रतिमा राजगोपाल बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, न्यू जॉइनिंग कमेटी के संयोजक नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में नेताओं ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
पारुल ने 2020 के दल बदल के बाद छोड़ी थी पार्टी
बीजेपी में शामिल हुईं पारुल साहू 2013 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर सागर के सुरखी विधानसभा सीट से विधायक बनी थीं. लेकिन इसके बाद पार्टी ने 2018 में उनका टिकट काट दिया था. 2018 में इस सीट से कांग्रेस के गोविंद सिंह राजपूत चुनाव जीते थे. 2020 में हुए बड़े दल बदल के बाद गोविंद सिंह राजपूत भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए थे इसके बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया. इससे नाराज होकर पारुल साहू ने बीजेपी छोड़ दी थी और कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरी थीं, हालांकि वह चुनाव हार गई थीं. पारुल साहू ने दो दिन पहले बुधवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. पारुल साहू के अलावा जिला पंचायत उपाध्यक्ष छिंदवाड़ा के अमित सक्सेना, डॉ. प्रतिभा राजगोपाल गैरतगंज के जनपद सदस्य, रिजवान खान पुलिस कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष, बबलू यादव महासचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष शेर सिंह यादव सहित कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीजेपी में आए नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद इन सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि बुद्धिजीवी बीजेपी पार्टी में आना पसंद करते हैं. नवरात्रि चल रही है और हमारे लिए सौभाग्य की बात है की शक्ति की कृपा से लगातार भाजपा की शक्ति बढ़ रही है. राजनीति हमारे लिए सेवा का माध्यम है. मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह पर निशाना चाहते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह तो रण छोड़कर ही भाग गए. अब राजगढ़ पहुंचे हैं जहां अकेले चुनाव लड़ने में भी डर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता मैदान छोड़कर भाग रहे हैं, जिस पार्टी ने राम का उपहास किया उसकी यही दुर्दशा होनी थी.