अलीगढ़ : थाना अकराबाद इलाके में दलित युवक की हत्या के मामले में मंगलवार को नगीना के सांसद चंद्रशेखर परिजनों को सांत्वना देने और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाने पहुंचे. वह मृतक के परिजनों से मिले. परिजन कुछ दिनों से घंटाघर चौराहे के पास अंबेडकर पार्क के करीब धरने पर बैठे हैं. इस घटना में मुख्य आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है, वहीं परिजन अन्य लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं.
इस दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब बोली लगाकर हत्या होने लगी है. अलीगढ़ की घटना डरावनी है. चैलेंज करके एक 22 साल के दलित युवक की हत्या की गई. उसके मां-बाप बेटे को ढूंढते रहे, थाने के संबंधित अधिकारियों ने लापरवाही बरती, जिसके चलते युवक हमारे बीच में नहीं है. जो आरोपी था उसको इतना समय मिला कि उसने आराम से कोर्ट में सरेंडर कर दिया और पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई. यह पुलिस का असफलता है. आरोपी इतना शातिर है कि उसे जूवेनाइल बताया जा रहा है. चंद्रशेखर ने मांग की है कि आरोपी पर कठोर से कठोर कार्रवाई हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चले और जितने भी अधिकारियों ने अपने कर्तव्यों की जिम्मेदारी नहीं निभाई, उस पर सख्त कार्रवाई हो.
कहा कि परिवार की हालत बहुत कमजोर है और 50 लाख रुपये आर्थिक मदद की मांग की है. परिवार में मृतक युवक ही कमाने वाला व्यक्ति था. उसके भी दो बच्चे हैं, माता-पिता वृद्ध हो चुके हैं. परिवार की सुरक्षा के साथ ही एक सरकारी नौकरी पीड़ित परिवार को दिए जाने की मांग की है. वहीं घटना में शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएं, उन्हें गिरफ्तार किया जाए और लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो.
कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार में गुंडों को खुली छूट मिल गई है कि वह कमजोर वर्ग के लोगों का दमन करें और उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. कहा कि जिला प्रशासन घटना का मजबूती से संज्ञान लेगी, अगर नहीं संज्ञान लेती है तो हमें अपने संरक्षण के लिए बड़ा मोर्चा जिले वाइज निकालना पड़ेगा.
कहा कि प्रशासन से बात की है, वह कुर्सी पर हैं इसलिए उन्हें ही काम करना है. हम पर्याप्त समय दे रहे हैं अगर मामले में लीपापोती की गई या हमारी बात को नहीं माना गया, तो फिर किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे. इस बार अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा. वह आंदोलन पार्क में नहीं होगा बल्कि जिला मुख्यालय पर होगा और जिलाधिकारी भी पीड़ित परिवार के साथ धूप में बैठेंगे. अगर पीड़ित परिवार के आंसू निकलेंगे तो अधिकारियों का पसीना भी वहीं छूटेगा. अगर यहां का प्रशासन और पुलिस इसी तरीके से लापरवाही करेगी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा .
थाना अकराबाद के बहादुरगढ़ निवासी दलित युवक गौरव की 31 मई को हत्या कर दी गई थी. पहले उसका अपहरण मोटर साइकिल समेत किया गया, फिर निर्मम तरीके से हत्या कर शव को नहर के किनारे फेंक दिया गया था. घटना करने से पहले आरोपी ने जान से मारने की चेतावनी भी दी थी. वहीं आरोपा ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.पुलिस ने भी आरोपी को नाबालिग दर्शाया है.