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कोटा एयरपोर्ट की भूमि से विधुत लाइन शिफ्टिंग की बाधा हुई दूर, ओम बिरला ने अधिकारियों से लिया फीडबैक

कोटा में एयरपोर्ट बनने के काम में तेजी आई है. शंभूपुरा में चिह्नित भूमि से गुजर रही हाई टेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए नगर विकास न्यास और पॉवर ग्रिड कॉर्पाेरेशन के बीच बुधवार को एमओयू हो गया.

Lok Sabha Speaker Om Birla,  Electric pole in Kota Airport land
कोटा एयरपोर्ट की भूमि से विधुत लाइन शिफ्टिंग की बाधा हुई दूर.
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 13, 2024, 8:13 PM IST

कोटा एयरपोर्ट की भूमि से विधुत लाइन शिफ्टिंग की बाधा हुई दूर.

बूंदी. कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की एक और बाधा बुधवार को दूर हो गई. शंभूपुरा में चिह्नित भूमि से गुजर रही हाई टेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए नगर विकास न्यास और पॉवर ग्रिड कॉर्पाेरेशन के बीच बुधवार को एमओयू हो गया. कोटा-बूंदी दौरे पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बुधवार को चिह्नित भूमि का निरीक्षण कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पावर ग्रिड कॉर्पाेरेशन और कोटा-बूंदी के जिला प्रशासन के अधिकारियों से फीडबैक लिया.

निरीक्षण के दौरान बिरला ने अधिकारियों से एयरपोर्ट की भूमि की स्थिति की जानकारी ली. इसके साथ ही जिला प्रशासन, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पावर ग्रिड कॉर्पाेरेशन की ओर से अब तक किए गए कार्य के बारे में भी पूछा. उन्होंने कहा कि तीनों एजेंसियां अपने-अपने कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की कार्ययोजना बनाएं. ओम बिरला ने कहा कि "कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का निर्माण हमारी प्राथमिकताओं में है. यह कार्य कोटा-बूंदी सहित सम्पूर्ण हाड़ौती के लिए कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चिह्नित भूमि के हस्तांतरित होने से पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने डीपीआर बनाने के कार्यादेश जारी कर दिए. हम हाड़ौती को विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला ऐसा एयरपोर्ट देना चाहते हैं, जो क्षेत्र की प्रगति की संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा."

इसे भी पढ़ें-सीएम गहलोत बोले, बिरला के पेट में हो रहा है दर्द, कहीं कांग्रेस को श्रेय न मिल जाए... इसलिए कोटा एयरपोर्ट के काम में डलवा रहे हैं अड़चन

ओम बिरला ने कहा कि एयरपोर्ट के लिए जमीन उपलब्ध करवाना राज्य सरकार का दायित्व होता है. जमीन ट्रांसफर करने और बिजली की लाइनें शिफ्ट करने के लिए करीब 127 करोड़ रुपए राज्य सरकार को देना था, लेकिन 26 मई 2022 से 29 अगस्त 2023 के बीच वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी और पावर ग्रिड कॉर्पाेरेशन की ओर से भेजे गए दो दर्जन से अधिक पत्रों के बाद भी महज 21 करोड़ रुपए ही जमा करवाए गए. राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब कोटा एयरपोर्ट से जुड़े सभी काम प्राथमिकता पर हो रहे हैं. हमारी कोशिश है कि निर्माण कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ हो.

हाइटेंशन लाइन के 34 टॉवर होंगे शिफ्ट : एयरपोर्ट अथॉरिटी की मांग के अनुरूप चिह्नित भूमि की सीमा से चारों दिशाओं में विद्युत लाइनों को डेढ़ किमी या उससे दूर शिफ्ट किया जाएगा. ऐसे में हाईटेंशन लाइन हटाने के लिए पॉवर ग्रिड कॉर्पाेरेशन 11 किलोमीटर क्षेत्र में फैले कुल 34 टावर्स को शिफ्ट करेगा. इनके जरिए राजस्थान परमाणु बिजली घर से जयपुर साउथ और कोटा से मेड़ता-ब्यावर को 400 केवी की दो ट्रांसमिशन लाइन्स के जरिए विद्युत आपूर्ति की जा रही है. इनके स्थान पर 46 नए टॉवर लगाए जाएंगे, जिन पर 15.064 किमी लंबी ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जाएगी.

डीपीआर भी हो रही तैयार : एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशों के अनुरूप डीपीआर तैयार करने का काम तेजी से किया जा रहा है. अथॉरिटी की कोशिश है कि लाइन शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी होने तक डीपीआर तैयार करने के साथ अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया जाए. इस दौरान लाडपुरा विधायक कल्‍पना देवी, लोकसभा स्‍पीकर के ओएसडी राजीव दत्‍ता, कोटा जिला कलक्‍टर डॉ. रविन्‍द्र गोस्‍वामी, बूंदी जिला कलक्‍टर अक्षय गोदारा, उपखंड अधिकारी तालेडा एसडी सिंह एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.

कोटा एयरपोर्ट की भूमि से विधुत लाइन शिफ्टिंग की बाधा हुई दूर.

बूंदी. कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की एक और बाधा बुधवार को दूर हो गई. शंभूपुरा में चिह्नित भूमि से गुजर रही हाई टेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए नगर विकास न्यास और पॉवर ग्रिड कॉर्पाेरेशन के बीच बुधवार को एमओयू हो गया. कोटा-बूंदी दौरे पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बुधवार को चिह्नित भूमि का निरीक्षण कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पावर ग्रिड कॉर्पाेरेशन और कोटा-बूंदी के जिला प्रशासन के अधिकारियों से फीडबैक लिया.

निरीक्षण के दौरान बिरला ने अधिकारियों से एयरपोर्ट की भूमि की स्थिति की जानकारी ली. इसके साथ ही जिला प्रशासन, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पावर ग्रिड कॉर्पाेरेशन की ओर से अब तक किए गए कार्य के बारे में भी पूछा. उन्होंने कहा कि तीनों एजेंसियां अपने-अपने कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की कार्ययोजना बनाएं. ओम बिरला ने कहा कि "कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का निर्माण हमारी प्राथमिकताओं में है. यह कार्य कोटा-बूंदी सहित सम्पूर्ण हाड़ौती के लिए कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चिह्नित भूमि के हस्तांतरित होने से पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने डीपीआर बनाने के कार्यादेश जारी कर दिए. हम हाड़ौती को विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला ऐसा एयरपोर्ट देना चाहते हैं, जो क्षेत्र की प्रगति की संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा."

इसे भी पढ़ें-सीएम गहलोत बोले, बिरला के पेट में हो रहा है दर्द, कहीं कांग्रेस को श्रेय न मिल जाए... इसलिए कोटा एयरपोर्ट के काम में डलवा रहे हैं अड़चन

ओम बिरला ने कहा कि एयरपोर्ट के लिए जमीन उपलब्ध करवाना राज्य सरकार का दायित्व होता है. जमीन ट्रांसफर करने और बिजली की लाइनें शिफ्ट करने के लिए करीब 127 करोड़ रुपए राज्य सरकार को देना था, लेकिन 26 मई 2022 से 29 अगस्त 2023 के बीच वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी और पावर ग्रिड कॉर्पाेरेशन की ओर से भेजे गए दो दर्जन से अधिक पत्रों के बाद भी महज 21 करोड़ रुपए ही जमा करवाए गए. राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब कोटा एयरपोर्ट से जुड़े सभी काम प्राथमिकता पर हो रहे हैं. हमारी कोशिश है कि निर्माण कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ हो.

हाइटेंशन लाइन के 34 टॉवर होंगे शिफ्ट : एयरपोर्ट अथॉरिटी की मांग के अनुरूप चिह्नित भूमि की सीमा से चारों दिशाओं में विद्युत लाइनों को डेढ़ किमी या उससे दूर शिफ्ट किया जाएगा. ऐसे में हाईटेंशन लाइन हटाने के लिए पॉवर ग्रिड कॉर्पाेरेशन 11 किलोमीटर क्षेत्र में फैले कुल 34 टावर्स को शिफ्ट करेगा. इनके जरिए राजस्थान परमाणु बिजली घर से जयपुर साउथ और कोटा से मेड़ता-ब्यावर को 400 केवी की दो ट्रांसमिशन लाइन्स के जरिए विद्युत आपूर्ति की जा रही है. इनके स्थान पर 46 नए टॉवर लगाए जाएंगे, जिन पर 15.064 किमी लंबी ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जाएगी.

डीपीआर भी हो रही तैयार : एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशों के अनुरूप डीपीआर तैयार करने का काम तेजी से किया जा रहा है. अथॉरिटी की कोशिश है कि लाइन शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी होने तक डीपीआर तैयार करने के साथ अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया जाए. इस दौरान लाडपुरा विधायक कल्‍पना देवी, लोकसभा स्‍पीकर के ओएसडी राजीव दत्‍ता, कोटा जिला कलक्‍टर डॉ. रविन्‍द्र गोस्‍वामी, बूंदी जिला कलक्‍टर अक्षय गोदारा, उपखंड अधिकारी तालेडा एसडी सिंह एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.

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