मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी व्यवहार न्यायालय के सदर कोर्ट में गुरुवार को सिपाही की मदद से दो बंदी भाग गये. दोनों बंदियों ने शौचालय का ग्रिल काट दिया और चार गमछा जोड़कर कोर्ट के पीछे के टूटे बाउंड्री को पार कर फरार हो गए. मामले के बारे में बताया जा रहा है कि सिपाही ने दोनों बंदियों से 20 दस हजार रुपए लेकर हेक्सा ब्लेड उपलब्ध कराया था. मोतिहारी के प्रभारी एसपी शिखर चौधरी ने बताया है कि जांच रिपोर्ट तलब किया गया है. जांच रिपोर्ट के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मोतिहारी हाजत से दो बंदी फरार: इस सिविल कोर्ट के हाजत से कैदियों के भागने की आज ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी हाजत से कैदी भागते रहे है. गुरुवार को जेल से बंदियों के साथ बंदी अरविंद कुमार उर्फ टुन्ना ठाकुर और अरुण सहनी को भी कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को कोर्ट हाजत में बंद कर दिया गया था.
20 हजार में हेक्सा ब्लेड उपलब्ध करवाया था: जहां ड्यूटी में तैनात एक सिपाही ने दोनों बंदियों से 20-20 हजार रुपये लेकर हेक्सा ब्लेड उपलब्ध करवाया था. इसी हेक्सा ब्लेड से बाथरूम का ग्रिल काटकर दोनो बंदी फरार हो गए. हालांकि पुलिस की ततपरता से फरार हुए दोनों आऱोपियों में से एक बंदी को पकड़ लिया गया है. पकड़े गए बंदी ने ही पुलिस को बताया है कि कैसे उसके पास हेक्सा ब्लेड आया और कैसे दोनों बंदी फरार हुए.
"कोर्ट हाजत का ग्रिल काटकर दो कैदी भागे थे. जिसमें से एक गिरफ्तार हो गया है. दूसरा फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस मामले में नगर थाना में केस दर्ज करायी जाएगी. डीएसपी स्तर के अधिकारी से इस मामले में जांच करायी जाएगी. पुलिसकर्मी राजेश उपध्याय चिह्नित हुआ है. जिसने ब्लेड उपलब्ध कराया था और बंदियों के भागने में मदद की थी. राजेश के पास से बंदियों से लिया गया रुपया भी बरामद हुआ है." - शिखर चौधरी, एएसपी सदर
20 मिनट में काट दिया खिड़की का रड: बंदी अरविंद ने ब्लेड से मात्र 20 मिनट में हाजत के बाथरुम की खिड़की का एक रड को काट दिया और बाथरूम से बाहर आया. जिसके बाद सिपाही राजेश उपाध्याय ने अरविंद से कहा कि अरुण को भी साथ लेते जाओ. उसके बाद दोनों वहां से गमछा के सहारे दूसरे मंजिल से उतर कर फरार हो गए. भागते समय वहां सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी की नजर पड़ी. अरुण हाजत के पीछे वाली झाड़ी में छुपा हुआ था. जहां से उसे पकड़ा गया.
अरविंद ठाकुर पर हत्या का केस: बताया जा रहा है कि फरार अरविंद ठाकुर हत्या के एक मामले में वर्ष 2022 से जेल में बंद था।वहीं अरुण मारपीट के मामले के जेल गया था।दोनो मामले अभी ट्रायल में हैं।पुलिस फरार अरविंद के तलाश में छापेमारी कर रही है.
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