ETV Bharat / state

सिविल सर्जन पर नर्सों ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- फोन पर अश्लील बात करते हैं, प्रभारी बनाने का देते हैं झांसा - Misbehavior with nursing staff - MISBEHAVIOR WITH NURSING STAFF

मुरैना के जिला अस्पताल में महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ सिविल सर्जन के अभद्र व्यवहार को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है. महिला ने बताया कि उसकी सैलरी भी 4 महीने से रोक दी गई है. सैलरी मांगने पर अभद्रता की जाती है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. महिला ने इस मामले को लेकर कलेक्टर, एडीएम, थाना प्रभारी और महिला आयोग में शिकायत की है.

MISBEHAVIOR WITH NURSING STAFF
सिविल सर्जन पर नर्सों ने लगाए गंभीर आरोप
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 28, 2024, 2:29 PM IST

सिविल सर्जन पर नर्सों ने लगाए गंभीर आरोप

मुरैना। जिला अस्पताल में महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ अनैतिक व्यवहार को लेकर शिकायत दर्ज की गई है. बताय गया कि सिविल सर्जन महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ अश्लील व्यवहार कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है. पीड़ित स्टाफ की सैलरी भी रोक दी गई है और नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गई है. महिला ने बताया कि सैलरी मांगने पर अभद्रता की जाती है. फोन पर बात करने पर प्रभारी बना देने का झांसा दिया जाता है.

कलेक्टर को किया शिकायत

सैलरी नहीं मिलने के बाद मानसिक रूप से प्रताड़ित महिला नर्सिंग स्टाफ ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है. पीड़िता ने सिविल सर्जन के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उसको तत्काल पद से हटाने की मांग की है. महिला ने ज्ञापन में बताया है कि "जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. गजेंद्र सिंह तोमर, रात्रि ड्यूटी के दौरान शराब के नशे महिला नर्सिंग स्टाफ को परेशान करता है. सिविल सर्जन धमकी देता है कि, अगर तुम बात करती रहोगी तो तुम्हें प्रभारी बना दूंगा, अन्यथा तुम्हे काम की सैलरी भी नहीं मिलेगी."

4 माह से नहीं मिला सैलरी

महिला नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि " 4 महीने से उसकी सैलरी रोक दी गई है. जब वह सैलरी के लिए बाबू के पास पहुंची तो बाबू ने बताया कि सिविल सर्जन के कहने पर सैलरी रोकी गई है. इसलिए तुम अकेले में उनसे मिल लो. बताया जा रहा है कि इस तरह का व्यवहार सिर्फ एक महिला नर्स के साथ नहीं हुआ है, बल्कि अन्य महिला नर्सिंग स्टाफ भी उनकी करतूतों से परेशान है, लेकिन बदनामी के डर से कोई शिकायत नहीं करती है. इस संबंध में महिला ने एडीएम, थान प्रभारी और महिला आयोग को भी शिकायती आवेदन दिया है. एडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए है.

ये भी पढ़ें:

वर्दी में अय्याशी, मंच पर डांसर के साथ ठुमके लगाना पड़ा भारी, वीडियो सामने आते ही एसपी ने किया सस्पेंड

सावधान! सड़कों पर कचरा फेंका तो लगेगा लंबा चूना, तीसरी आंख से सब पर नजर

शिकायत पर जांच के आदेश

सीएमएचओ डॉ राकेश शर्मा ने कहा कि, "महिला नर्स ने एक शिकायती आवेदन दिया गया है. इसमें सिविल सर्जन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है." एडीएम सीबी प्रसाद ने कहा कि "महिला नर्स ने एक आवेदन दिया है. उसको 3-4 महीने से सैलरी नहीं मिली थी. सेलरी के लिए सीएमएचओ को बोल दिया गया है. आरोपों की जांच की जाएगी और एक महिला अधिकारी से इसकी जांच कराई जाएगी". वहीं ASP अरविंद ठाकुर ने कहा कि "नर्स ने महिला थाने में एक शिकायती आवेदन दिया है उन्होंने डॉक्टर पर आरोप लगाए है हम उसकी जांच कर रहे हैं."

सिविल सर्जन पर नर्सों ने लगाए गंभीर आरोप

मुरैना। जिला अस्पताल में महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ अनैतिक व्यवहार को लेकर शिकायत दर्ज की गई है. बताय गया कि सिविल सर्जन महिला नर्सिंग स्टाफ के साथ अश्लील व्यवहार कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है. पीड़ित स्टाफ की सैलरी भी रोक दी गई है और नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गई है. महिला ने बताया कि सैलरी मांगने पर अभद्रता की जाती है. फोन पर बात करने पर प्रभारी बना देने का झांसा दिया जाता है.

कलेक्टर को किया शिकायत

सैलरी नहीं मिलने के बाद मानसिक रूप से प्रताड़ित महिला नर्सिंग स्टाफ ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है. पीड़िता ने सिविल सर्जन के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उसको तत्काल पद से हटाने की मांग की है. महिला ने ज्ञापन में बताया है कि "जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. गजेंद्र सिंह तोमर, रात्रि ड्यूटी के दौरान शराब के नशे महिला नर्सिंग स्टाफ को परेशान करता है. सिविल सर्जन धमकी देता है कि, अगर तुम बात करती रहोगी तो तुम्हें प्रभारी बना दूंगा, अन्यथा तुम्हे काम की सैलरी भी नहीं मिलेगी."

4 माह से नहीं मिला सैलरी

महिला नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि " 4 महीने से उसकी सैलरी रोक दी गई है. जब वह सैलरी के लिए बाबू के पास पहुंची तो बाबू ने बताया कि सिविल सर्जन के कहने पर सैलरी रोकी गई है. इसलिए तुम अकेले में उनसे मिल लो. बताया जा रहा है कि इस तरह का व्यवहार सिर्फ एक महिला नर्स के साथ नहीं हुआ है, बल्कि अन्य महिला नर्सिंग स्टाफ भी उनकी करतूतों से परेशान है, लेकिन बदनामी के डर से कोई शिकायत नहीं करती है. इस संबंध में महिला ने एडीएम, थान प्रभारी और महिला आयोग को भी शिकायती आवेदन दिया है. एडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए है.

ये भी पढ़ें:

वर्दी में अय्याशी, मंच पर डांसर के साथ ठुमके लगाना पड़ा भारी, वीडियो सामने आते ही एसपी ने किया सस्पेंड

सावधान! सड़कों पर कचरा फेंका तो लगेगा लंबा चूना, तीसरी आंख से सब पर नजर

शिकायत पर जांच के आदेश

सीएमएचओ डॉ राकेश शर्मा ने कहा कि, "महिला नर्स ने एक शिकायती आवेदन दिया गया है. इसमें सिविल सर्जन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है." एडीएम सीबी प्रसाद ने कहा कि "महिला नर्स ने एक आवेदन दिया है. उसको 3-4 महीने से सैलरी नहीं मिली थी. सेलरी के लिए सीएमएचओ को बोल दिया गया है. आरोपों की जांच की जाएगी और एक महिला अधिकारी से इसकी जांच कराई जाएगी". वहीं ASP अरविंद ठाकुर ने कहा कि "नर्स ने महिला थाने में एक शिकायती आवेदन दिया है उन्होंने डॉक्टर पर आरोप लगाए है हम उसकी जांच कर रहे हैं."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.