प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में गर्मी काल बनकर आई है. लगातार बढ़ रहे तापमान के चलते बड़ी संख्या में लू से लोगों की मौत हो रही है. जिसके चलते अंतिम संस्कार करने में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर में दारागंज, रसूलाबाद झूंसी के श्मशान घाट पर परिजनों को शवों के अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. तेलियर गंज के रसूलाबाद घाट पर शवों का अंतिम संस्कार करवाने वाले जगदीश बताते हैं कि, कुछ दिनों से अंतिम संस्कार करवाने आने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो गई है. पहले जहां रोजाना 20 तक शव आते थे, वहीं अब जून महीने में यह संख्या दोगुनी तक पहुंच गई है. जबकि सोमवार और मंगलवार को घाट पर पहुंचने वाले शवों की संख्या 50 को पार कर गई है.
प्रचंड गर्मी की वजह से लोगों की राह चलते मौत हो जा रही है. वहीं गर्मी के कारण शहर के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में पहुंचने वाले लावारिस शवों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. जिस कारण पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचने वाले शवों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. जिसमें ज्यादा संख्या अज्ञात शवों की है. जिस कारण पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम करवाने के लिए मृतकों के परिजनों को इंतजार करना पड़ता है. यही नहीं शवों की बढ़ी संख्या की वजह से पोस्टमार्टम हाउस में भी अव्यवस्था फैल रही है. अज्ञात शवों को रखने के लिए जगह की भी कमी पड़ गई है.
प्रयागराज के दारागंज झूंसी और रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार करवाने ज्यादा संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. रसूलाबाद श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करवाने वाले जगदीश बताते हैं कि, पहले जहां घाट पर 20 तक शव आते थे. वहीं अब जून महीने में रसूलाबाद घाट पर पहुंच रहे शवों की संख्या दोगुनी तक हो गयी है. सोमवार और मंगलवार के दिन घाट पर पहुंचने वाले शवों की संख्या 50 से अधिक तक पहुंच गयी थी.
हालांकि बुधवार को शहर का तापमान कम होने की वजह से घाट पर पहुंचने वाले शवों की संख्या में कमी आई है. बुधवार को रसूलाबाद घाट पर पहुंचे शवों की संख्या 30 तक सीमित रही है. हालांकि जिले में इन दिनों गर्मी की वजह से हो रही मौतों की संख्या को लेकर अफसरों की तरफ से किसी प्रकार की औपचारिक जानकारी नहीं दी गयी है.