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मुरादाबाद में 44 साल बाद खुला मंदिर; मिलीं खंडित मूर्तियां, 1980 के दंगों के बाद से चल रहा था बंद - MORADABAD GAURI SHANKAR TEMPLE

मुरादाबाद जनपद में नागफानी के झब्बू के नाले के पास बंद पड़े गौरी शंकर मंदिर के दरवाजे का ताला खुलवा कर उसकी खोदाई कराई गई.

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मुरादाबाद में 44 साल बाद खुला गौरी शंकर मंदिर. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 31, 2024, 10:37 AM IST

मुरादाबाद: यूपी के संभल जनपद के मुस्लिम इलाके में बंद मिले मंदिर के बाद पूरे प्रदेश में जगह-जगह हिंदू धार्मिक स्थल मिलने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में अब मुरादाबाद में गौरी शंकर का मंदिर मिला है. ये मंदिर 1980 में हुए दंगों के बाद से बंद पड़ा था. प्रशासन ने अब 44 साल बाद इसे खुलवाया है. मंदिर की खोदाई में भगवान गणेश, शंकर और नंदी महाराज की मूर्ति मिली हैं. मंदिर में 1954 का एक नक्शा भी मिला है.

सम्भल जनपद में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद जनपद की तहसील चंदौसी में खुदाई के दौरान बावड़ी मिलने की चर्चाओं के बाद अब मुरादाबाद जनपद में भी थाना नागफानी के झब्बू के नाले के पास बंद पड़े गौरी शंकर मंदिर के दरवाजे का ताला खुलवा कर उसकी खोदाई कराई गई. खोदाई में भगवान गणेश, शंकर और नंदी महाराज की मूर्ति मिली. मूर्तियां मलबे में दबी हुई थीं.

मुरादाबाद में मिले मंदिर के बारे में बताते एसडीएम सदर राम मोहन मीणा. (Video Credit; ETV Bharat)

बता दें कि मझोला थाना क्षेत्र के लाइनपार निवासी सेवा राम ने जिलाधिकारी अनुज कुमार से मिलकर मंदिर के दरवाजे खुलवाकर खोदाई करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. जिला प्रशासन के आदेश के बाद पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर का ताला खुलवाया गया. मंदिर 1980 के दंगों के बाद से बंद पड़ा था. मंदिर मलबे से पट गया था. खोदाई में गौरी शंकर परिवार की खंडित मूर्ति व शिवलिंग मिला. मंदिर की साफ सफाई करवाई जा रही है. मंदिर की दीवारों पर भी हनुमान की मूर्ति बनी हुई हैं. नंदी भी बैठे दिखाई दे रहे हैं.

मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई थीं भगवान की तस्वीरें.
मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई थीं भगवान की तस्वीरें. (Photo Credit; ETV Bharat)

नागफानी थाने में 1980 के दंगों के बाद से बंद पड़े मंदिर को खुलवाने का प्रार्थना पत्र देने वाला और कोई नहीं 1980 के दंगों मे मारे गए मंदिर के पुजारी भीमसेन के पर-पोते हैं. सेवा राम की मानें तो उनके दादा मंदिर के पुजारी थे. 1980 के दंगों में उनके दादा की हत्या दूसरे समुदाय के लोगों ने कर दी थी. उनका शव भी नहीं मिल पाया था. माना जाता है कि हत्या कर शव को जला दिया था. मंदिर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में है, इसलिए आज तक नहीं आ सके.

मंदिर की दीवार पर उकेरी गई थी हनुमान जी की तस्वीर.
मंदिर की दीवार पर उकेरी गई थी हनुमान जी की तस्वीर. (Photo Credit; ETV Bharat)

एसडीएम सदर राम मोहन मीणा ने बताया कि गौरी शंकर मंदिर के चारों तरफ दीवार थी. उसको तोड़कर मंदिर के मुख्य गर्भग्रह को खुलवाया गया है. नगर निगम की टीम के साथ मंदिर की सफाई करवाई जा रही है. मंदिर में जितनी भी मूर्तियां मिली हैं, वह सब खंडित हैं. शिवलिंग को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. सफाई पूरी होने के बाद मंदिर को पुनः पूर्व रूप में लाया जाएगा. मंदिर परिसर चारों तरफ से खुला हुआ है.

ये भी पढ़ेंः यूपी के ये टूरिस्ट प्लेस 31 दिसंबर को बना देंगे यादगार; रोमांच संग मिलेगी अद्भुत अनुभूति

मुरादाबाद: यूपी के संभल जनपद के मुस्लिम इलाके में बंद मिले मंदिर के बाद पूरे प्रदेश में जगह-जगह हिंदू धार्मिक स्थल मिलने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में अब मुरादाबाद में गौरी शंकर का मंदिर मिला है. ये मंदिर 1980 में हुए दंगों के बाद से बंद पड़ा था. प्रशासन ने अब 44 साल बाद इसे खुलवाया है. मंदिर की खोदाई में भगवान गणेश, शंकर और नंदी महाराज की मूर्ति मिली हैं. मंदिर में 1954 का एक नक्शा भी मिला है.

सम्भल जनपद में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद जनपद की तहसील चंदौसी में खुदाई के दौरान बावड़ी मिलने की चर्चाओं के बाद अब मुरादाबाद जनपद में भी थाना नागफानी के झब्बू के नाले के पास बंद पड़े गौरी शंकर मंदिर के दरवाजे का ताला खुलवा कर उसकी खोदाई कराई गई. खोदाई में भगवान गणेश, शंकर और नंदी महाराज की मूर्ति मिली. मूर्तियां मलबे में दबी हुई थीं.

मुरादाबाद में मिले मंदिर के बारे में बताते एसडीएम सदर राम मोहन मीणा. (Video Credit; ETV Bharat)

बता दें कि मझोला थाना क्षेत्र के लाइनपार निवासी सेवा राम ने जिलाधिकारी अनुज कुमार से मिलकर मंदिर के दरवाजे खुलवाकर खोदाई करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. जिला प्रशासन के आदेश के बाद पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर का ताला खुलवाया गया. मंदिर 1980 के दंगों के बाद से बंद पड़ा था. मंदिर मलबे से पट गया था. खोदाई में गौरी शंकर परिवार की खंडित मूर्ति व शिवलिंग मिला. मंदिर की साफ सफाई करवाई जा रही है. मंदिर की दीवारों पर भी हनुमान की मूर्ति बनी हुई हैं. नंदी भी बैठे दिखाई दे रहे हैं.

मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई थीं भगवान की तस्वीरें.
मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई थीं भगवान की तस्वीरें. (Photo Credit; ETV Bharat)

नागफानी थाने में 1980 के दंगों के बाद से बंद पड़े मंदिर को खुलवाने का प्रार्थना पत्र देने वाला और कोई नहीं 1980 के दंगों मे मारे गए मंदिर के पुजारी भीमसेन के पर-पोते हैं. सेवा राम की मानें तो उनके दादा मंदिर के पुजारी थे. 1980 के दंगों में उनके दादा की हत्या दूसरे समुदाय के लोगों ने कर दी थी. उनका शव भी नहीं मिल पाया था. माना जाता है कि हत्या कर शव को जला दिया था. मंदिर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में है, इसलिए आज तक नहीं आ सके.

मंदिर की दीवार पर उकेरी गई थी हनुमान जी की तस्वीर.
मंदिर की दीवार पर उकेरी गई थी हनुमान जी की तस्वीर. (Photo Credit; ETV Bharat)

एसडीएम सदर राम मोहन मीणा ने बताया कि गौरी शंकर मंदिर के चारों तरफ दीवार थी. उसको तोड़कर मंदिर के मुख्य गर्भग्रह को खुलवाया गया है. नगर निगम की टीम के साथ मंदिर की सफाई करवाई जा रही है. मंदिर में जितनी भी मूर्तियां मिली हैं, वह सब खंडित हैं. शिवलिंग को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. सफाई पूरी होने के बाद मंदिर को पुनः पूर्व रूप में लाया जाएगा. मंदिर परिसर चारों तरफ से खुला हुआ है.

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