शिमला: हिमाचल प्रदेश में अब जल्द ही मानसून की एंट्री होने जा रही है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 27 जून को मानसून प्रदेश में पहुंच जाएगा. जिसके बाद प्रदेशभर में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा. वहीं, हिमाचल में प्री-मानसून 24 जून से ही शुरू हो गया है. प्रदेश में विभिन्न इलाकों में हल्की और तेज बारिश दर्ज की गई है. जिससे तापमान में भी कमी देखी गई.
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 25 और 26 जून को प्रदेश के अधिकतर हिस्से में मौसम साफ रहेगा. इससे तापमान में भी हल्का सा बढ़ सकता है. निचले और मैदानी इलाकों में लू को लेकर भी अलर्ट जारी किया है. वहीं, 27 और 28 जून को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मानसून की बारिश की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई गई है. बात करें 29 और 30 जून की तो, विभाग ने इन दिनों में प्रदेशभर में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. इन दो दिनों में सिरमौर, मंडी, शिमला, कुल्लू, कांगड़ा और चंबा में भारी बारिश का पूर्वानुमान है.
इस बार मानसून में देरी
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून देरी से पहुंच रहा है. हर साल प्रदेश में मानसून तकरीबन 22 से 25 जून के बीच में पहुंच जाता था, लेकिन इस बार प्री मानसून ही हिमाचल में 24 जून से शुरू हुआ है. मौसम विभाग ने प्रदेश में 27 जून को मानसून के आने का पूर्वानुमान जताया है. हालांकि पहले मौसम विभाग द्वारा 20 जून के बाद हिमाचल में मानसून की दस्तक की संभावना जताई थी, लेकिन इस बार मानसून प्रदेश में देरी से 27 जून तक पहुंच रहा है.
मानसून से पहले तबाही के आसार
हिमाचल अभी तक पिछली बरसात में आई तबाही के जख्म भूला भी नहीं है कि मानसून आने से पहले ही प्रदेश में खतरे की घंटी बजने लगी है. पिछली साल की तबाही के खौफनाक मंजर को याद कर लोग अब भी दहशत महसूस करते हैं. वहीं, अभी प्रदेश में मानसून आया भी नहीं है, लेकिन तबाही की कुछ तस्वीरें सामने आने लगी हैं. बता दें कि 24 जून को सोलन के अर्की और लाहौल स्पीति के उदयपुर में बारिश ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया है.
अर्की में बने बाढ़ जैसे हालात
सोलन के अर्की में सोमवार को बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए. सोलन में गंबरपुल के पास बारिश के बाद पहाड़ी से भारी मलबा नीचे कुनिहार-नालागढ़ को जोड़ने वाली सड़क पर आ गया. जिसकी चपेट में 3-4 गाड़ियां आ गई. हालांकि इसमें कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. सड़क पर मलबा गिरने से यातायात ठप हो गया. एसडीएम अर्की भी मौके पर पहुंचे और जायजा लिया. मलबे में बड़ी-बड़ी चट्टानें और गाद सड़क पर आ गिरी. स्थानीय लोग भी पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ मिलकर मलबे को हटाने लगे, जिसके बाद रास्ते को बहाल किया गया.
लाहौल-स्पीति में फ्लैश फ्लड
लाहौल-स्पीति में भी प्री मानसून की शुरुआत में ही खतरे की घंटी बजना शुरू हो गई है. लाहौल-स्पीति के उदयपुर में भी 24 जून को हुई बारिश के बाद फ्लैश फ्लड के कारण मडग्रा नाले में बाढ़ आ गई. जिसका मलबा उदयपुर-तांदी सड़क पर आ गया. जिसके चलते करीब 7 घंटे तक रोड पर दोनों और गाड़ियां फंसी रही. हालांकि, अब बीआरओ ने उदयपुर-तांदी रोड को बहाल कर दिया है.
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