बालोद : बालोद जिले के डोंडीलोहारा क्षेत्र के भेड़ी गांव में बीते मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने आया बच्चा नाले के तेज बहाव में बह गया था.जिसका शव 20 घंटे बाद बरामद किया गया है. भेड़ी नाले में ही बच्चे का शव फंसा हुआ था. रात में अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू का काम रोका गया था.लेकिन सुबह होते ही बच्चे के शव को तलाश कर लिया गया. मृतक का नाम नैतिक सिन्हा है.
आंगनबाड़ी स्टाफ पर लापरवाही का आरोप : आपको बता दें कि घटना के बाद से परिजनों का बुरा हाल है. परिजनों ने आंगनबाड़ी स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अभी तक प्रशासन की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हालांकि गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को लेकर लोगों में नाराजगी है.
कैसे हुई थी घटना ?: थाना प्रभारी तुलसी जायसवाल ने बताया कि आंगनबाड़ी में खेलते समय बच्चा तेज नाले के बहाव में बह गया था. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस की टीम गांव में पहुंची. नाले में पानी तेज थी इसके बाद खोजबीन शुरू की गई. बुधवार को एसडीआरएफ की टीम भी पहुंची हुई थी. पुलिस की संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन में नाले में बहे बच्चे को ढूंढ निकाला गया . जिस नाले में बच्चा मिला था वह छोटे नाले से बड़े नाले में जाकर मिला था. जिसे भेड़ी नाला कहा जाता है.
आपदा से पांचवीं मौत : आपको बता दें कि पिछले 5 दिनों से बालोद जिले में मूसलाधार बारिश हो रही है. जिले के सभी छोटे-बड़े नदी नाले विकराल रूप ले चुके हैं. बालोद जिले में बाढ़ और आपदा से जुड़ी ये पांचवीं मौत है. पहली बारिश में दो लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हुई. उसके अगले दिन भानपुरी का एक डॉक्टर कार सहित नाले में गिर गया जिससे उसकी मृत्यु हो गई. वहीं तीसरे दिन मुल्लेगुड़ का एक 17 साल का बालक बाढ़ की चपेट में आने से नदी में बह गया. वहीं अब ये पांचवीं घटना हुई है.जिसमें एक मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है.