ग्वालियर: जब भी कोई बड़ा इवेंट होता है तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्वालियर जरूर आते हैं. लेकिन बुधवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता के निधन के बाद उज्जैन में थे. इस बीच उन्होंने ग्वालियर के साथ साथ तीन जिलों के कलेक्टर को खास दिशा निर्देश भी दिये हैं.
ग्वालियर माधव डिस्पेंसरी में हुई थी घटना
असल में सीएम का फोन ग्वालियर कलेक्टर के पास बुधवार को शासकीय अस्पताल के ट्राम सेंटर में आग लगने की घटना और उसके बाद तीन मरीजों की मौत की खबर को लेकर आया था. जहां उन्होंने ना सिर्फ घटना की जानकारी ली बल्कि ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि उनका समस्त स्टाफ सजग रहकर अपनी जिम्मेदारी को निभाये. साथ ही कहा है कि इस बात को भी सुनिश्चित किया जाये कि भविष्य में इस तरह की घटना ना हो इस बात का भी ध्यान रखा जाये.
झाबुआ के पीड़ित परिवार को मिलेगी सहायता राशि.
ग्वालियर के साथ साथ सीएम मोहन यादव ने धार और झाबुआ कलेक्टर से भी बात की. जहां झाबुआ में दो बच्चियों के बह जाने की घटना को लेकर पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान किए जाने के निर्देश दिये हैं.
जान बचाने वालों का होगा सम्मान
वहीं, बारिश की वजह से धार के बढ़वानियां में जनजातीय बालक आश्रम में बारिश की वजह से जलभराव होने से छात्र परेशान हो गये और इसके बाद लोगों ने उन्हें रेस्क्यू किया. साथ ही घटना में बहते बच्चों को बचाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों को राज्य सरकार की और से पुरुस्कृत करने और समानित करने की बात भी मुख्य मंत्री ने कही है. साथ साथ इस तरह की घटनाओं को लेकर सतर्कता के बाई निर्देश दिये हैं.