भोपाल: मध्य प्रदेश के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया में तैयार होने वाले उत्पाद जल्द ही बेहद कम समय में मुंबई पोर्ट तक पहुंच सकेंगे. केन्द्र सरकार की भारत माला परियोजना के तहत 1 हजार 111 करोड़ की लागत से पीथमपुर में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनने जा रहा है. इस लॉजिस्टक हब के लिए डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में सहमति दे दी गई है. इस लॉजिस्टिक पार्क के लिए केन्द्र और राज्य सरकार 353 करोड़ का निवेश करेगी. इस लॉजिस्टिक पार्क में रेल टर्मिनल, ट्रक टर्मिनल, वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज बनाया जाएगा.
पीपीपी मॉडल पर तैयार हो रहा पार्क
सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक 'पीथमपुर में तैयार होने वाले इस मल्टी मॉउल लॉजिस्टिक पार्क में 758 करोड़ की राशि निवेशकों द्वारा लगाई जाएगी. पीथमपुर में 255 एकड़ जमीन पर तैयार होने वाले इस लॉजिस्टिक पार्क में तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद होंगी. इसमें कंटेनर डिपो, वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, आयरल स्टील यार्ड के अलावा इंपोर्ट और एक्सपोर्ट ऑफिस भी होगा. इसमें रेलवे का कंटेनर डिपो का भी निर्माण होगा. साथ ही फोरलेन सड़क मार्ग भी तैयार होगा. इस डिपो को सीधा जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से जोड़ा जाएगा. ताकि रेल मार्ग से कंटेनरों को सीधा पोर्ट तक भेजा जा सके. इससे समय के साथ खर्च में भी काफी बचत होगी. अभी सड़क मार्ग की तुलना में सिर्फ 20 फीसदी माल ही रेल मार्ग से जा रहा है, लेकिन इस पार्क के विकसित होने से 70 फीसदी तक माल रेल मार्ग से भेजा जाएगा.'
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बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक इस पार्क के विकसित होने से यहां करीबन साढ़े 4 हजार रोजगार के नए अवसर विकसित होंगे. मध्य प्रदेश के बड़े इंडस्ट्रियल हब पीथमपुर में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए पीथमपुर इकॉनामिक कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है. 20 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर तमाम तरह की कमर्शियल और इकॉनामिक गतिविधियां संचालित होंगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीबन 2 साल का समय लगेगा.