हिसार: हरियाणा बीजेपी प्रमुख मोहन लाल बड़ौली पर दुष्कर्म के आरोप मामले को लेकर उनकी कुर्सी पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. राजनीतिक गलियारे में पहले ये चर्चा तेज थी कि बड़ौली के कार्यकाल की अवधि बढ़ाई जा सकती है, लेकिन दुष्कर्म जैसे संगीन आरोप लगने के बाद अब ऐसा होता दिख नहीं रहा है. क्योंकि बीजेपी के भीतर से ही उनके इस्तीफे की मांग उठने लगी है. ऐसे में कुछ नेताओं के नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के तौर पर सामने आ रहे हैं.
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार: हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए करनाल से पूर्व सांसद संजय भाटिया का नाम सामने आ रहा है. वहीं हिसार के नारनौंद से पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को भी प्रदेश अध्यक्ष के प्रबल दावेदार के दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है. मनीष ग्रोवर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी हैं. इसके अलावा, प्रदेश अध्यक्ष के विकल्प के तौर पर हिसार के सुरेंद्र पूनिया, पूर्व ओएसडी अजय गौड़ के नाम भी चल रहे हैं.
अनिल विज का बयान: बता दें कि सोनीपत जिले की राई सीट से पूर्व विधायक बड़ौली को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लगातार तीसरी बार सरकार बनने पर बड़ौली को भी खूब शाबाशियां मिली थी. लेकिन अब उनका राजनीतिक करियर मुश्किलों से घिर चुका है. ऐसे में अब उन्हीं की पार्टी के नेता कहने लगे हैं कि बड़ौली को पार्टी की पवित्रता बनाए रखने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी बयान दिया है कि बड़ौली को पार्टी की पवित्रता बनाए रखने के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए.
बढ़ गया सियासी पारा: बड़ौली पर लगे दुष्कर्म के आरोप को लेकर राजनीतिक पारा भी बढ़ गया है. विपक्षी दल बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं. कांग्रेसी नेता भी मोहन लाल बड़ौली के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस नेता लगातार इस मुद्दे को साधने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि बीजेपी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया है. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष पर केस दर्ज होना बीजेपी के इस नारे में विघटन पैदा कर रहा है. बड़ौली पर अब न सिर्फ राजनीतिक बल्कि सामाजिक दबाव भी बढ़ता नजर आ रहा है.
दिल्ली चुनाव में बीजेपी को होगा नुकसान!: बताते चलें कि दिल्ली में चुनाव होने जा रहे हैं. दिल्ली में विपक्षी पार्टियां इसे बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा बना सकती है. देखना होगा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली कब तक अपना फैसला लेंगे. प्रदेश अध्यक्ष के लिए बीजेपी के पास लगभग आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार हैं. दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी को जल्दी इस मुद्दे पर विचार कर निर्णय करना जरूरी हो गया है.
बड़ौली के खिलाफ प्रदर्शन तेज: हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पर लगे दुष्कर्म के आरोप की निष्पक्ष जांच करने की भी मांग उठ रही है. हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि बड़ौली सत्ताधारी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं. इसलिए जांच को प्रभावित किए जाने की आशंका है. उन्होंने कहा कि जनता व विभिन्न संगठन अब मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरने लगे हैं. उन्होंने कहा कि शनिवार को करनाल में विभिन्न संगठनों ने एकजुट होकर रोष मार्च निकाला और आक्रोश प्रदर्शन किया. इसी भांति विभिन्न क्षेत्रों में बड़ौली के खिलाफ प्रदर्शन किए गए.
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