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Farmers Protest: आज दिल्ली कूच करेंगे किसान, टिकरी बॉर्डर पर रोकने के लिए पुलिस के जवान तैनात - HARYANA PUNJAB MARCH TO DELHI

दिल्ली पुलिस ने मजबूत की सुरक्षा व्यवस्था, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा- 101 किसानों का एक जत्था आज दिल्ली कूच करेगा.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 8, 2024, 8:52 AM IST

Updated : Dec 8, 2024, 10:51 AM IST

नई दिल्ली: किसान आंदोलन समूह ने रविवार को 'दिल्ली चलो' मार्च फिर से शुरू करने की घोषणा की है. सुरक्षा को कारण, दिल्ली पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाए हैं और कीलें लगाई हैं. एएनआई से बात करते हुए, किसान प्रतिनिधि सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर किसानों के साथ हुई "क्रूरता" की निंदा की और कहा कि कोई कानून नहीं तोड़ा गया है.

उन्होंने कहा, "किसानों के साथ क्रूरता क्यों की जा रही है?... पूरी स्थिति का संज्ञान लेते हुए, आज दोपहर 12 बजे 101 लोगों का एक समूह दिल्ली के लिए रवाना होगा। हमारी भूख हड़ताल अपने 12वें दिन में प्रवेश कर गई है... हमारा समूह शांतिपूर्वक चलेगा और सुनिश्चित करेगा कि किसी भी नियम का उल्लंघन न हो." उन्होंने आगे कहा कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा का विरोध प्रदर्शन अपने 300वें दिन पर पहुंच गया है, फिर भी केंद्र सरकार अडिग है.

'हम पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे'

शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का विरोध 300वें दिन में प्रवेश कर गया है. लेकिन केंद्र सरकार अभी भी अड़ी हुई है...हमने एक और बड़ी घोषणा की कि हम पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे. हमने सुना है कि सैनी (हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी) और गडकरी (केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी) अमृतसर जा रहे हैं. हम पंजाब के किसानों से राज्य में उनके प्रवेश का विरोध करने का आह्वान करते हैं..."

दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारी मजबूत की: वहीं, किसानों के दिल्ली की ओर मार्च के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारियों को मजबूत कर लिया है. टिकरी बॉर्डर पर किसान मंचन को रोकने के लिए पुलिस ने ठोस व्यवस्था की है. बॉर्डर की सुरक्षा को बढ़ाने के साथ, शनिवार को यहां कंटेनरों को भी मंगवाया गया है. इस क्षेत्र में आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है. पुलिस द्वारा बॉर्डर पर तंबू लगाने का कार्य भी चल रहा है.

टिकरी बॉर्डर क्यों है महत्वपूर्ण: टिकरी बॉर्डर, जो हरियाणा और दिल्ली के बीच एक महत्वपूर्ण नाका है, वहां से हरियाणा के बहादुरगढ़, रोहतक, भिवानी तथा पंजाब से लोग रोजाना दिल्ली में प्रवेश करते हैं. इस क्षेत्र में कई फैक्टरियां हैं, जहां दिल्ली में रहने वाले लोग काम के लिए जाते हैं. यदि टिकरी बॉर्डर बंद होता है, तो इससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन के चलते जाम से सबसे अधिक मुश्किल में मरीज, एंबुलेंस चालकों ने गिनाई ये चुनौतियां

यह भी पढ़ें- संयुक्त किसान मोर्चा ने की आपातकालीन बैठक, कहा- किसानों की गिरफ्तारी से इरादे हुए और मजबूत

यह भी पढ़ें-ग्रेटर नोएडाः ज़ीरो प्वाइंट पर संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत का ऐलान, किसान नेता हाउस अरेस्ट

नई दिल्ली: किसान आंदोलन समूह ने रविवार को 'दिल्ली चलो' मार्च फिर से शुरू करने की घोषणा की है. सुरक्षा को कारण, दिल्ली पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाए हैं और कीलें लगाई हैं. एएनआई से बात करते हुए, किसान प्रतिनिधि सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर किसानों के साथ हुई "क्रूरता" की निंदा की और कहा कि कोई कानून नहीं तोड़ा गया है.

उन्होंने कहा, "किसानों के साथ क्रूरता क्यों की जा रही है?... पूरी स्थिति का संज्ञान लेते हुए, आज दोपहर 12 बजे 101 लोगों का एक समूह दिल्ली के लिए रवाना होगा। हमारी भूख हड़ताल अपने 12वें दिन में प्रवेश कर गई है... हमारा समूह शांतिपूर्वक चलेगा और सुनिश्चित करेगा कि किसी भी नियम का उल्लंघन न हो." उन्होंने आगे कहा कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा का विरोध प्रदर्शन अपने 300वें दिन पर पहुंच गया है, फिर भी केंद्र सरकार अडिग है.

'हम पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे'

शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का विरोध 300वें दिन में प्रवेश कर गया है. लेकिन केंद्र सरकार अभी भी अड़ी हुई है...हमने एक और बड़ी घोषणा की कि हम पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे. हमने सुना है कि सैनी (हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी) और गडकरी (केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी) अमृतसर जा रहे हैं. हम पंजाब के किसानों से राज्य में उनके प्रवेश का विरोध करने का आह्वान करते हैं..."

दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारी मजबूत की: वहीं, किसानों के दिल्ली की ओर मार्च के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने अपनी तैयारियों को मजबूत कर लिया है. टिकरी बॉर्डर पर किसान मंचन को रोकने के लिए पुलिस ने ठोस व्यवस्था की है. बॉर्डर की सुरक्षा को बढ़ाने के साथ, शनिवार को यहां कंटेनरों को भी मंगवाया गया है. इस क्षेत्र में आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है. पुलिस द्वारा बॉर्डर पर तंबू लगाने का कार्य भी चल रहा है.

टिकरी बॉर्डर क्यों है महत्वपूर्ण: टिकरी बॉर्डर, जो हरियाणा और दिल्ली के बीच एक महत्वपूर्ण नाका है, वहां से हरियाणा के बहादुरगढ़, रोहतक, भिवानी तथा पंजाब से लोग रोजाना दिल्ली में प्रवेश करते हैं. इस क्षेत्र में कई फैक्टरियां हैं, जहां दिल्ली में रहने वाले लोग काम के लिए जाते हैं. यदि टिकरी बॉर्डर बंद होता है, तो इससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

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Last Updated : Dec 8, 2024, 10:51 AM IST
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