दुर्ग: दुर्ग रेलवे स्टेशन पर 100 से ज्यादा पुलिस के जवान अचानक चेकिंग अभियान चलाने लगे. रेलवे स्टेशन पर बम निरोध दस्ते ने भी तलाशी अभियान चलाना शुरु कर दिया. स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने और अपनों को छोड़ने आए लोग भी पुलिस को देख चौंक गए. लोग जबतक कुछ समझ पाते तबतक पुलिस ने यात्रियों के सामानों की चेकिंग शुरु कर दी. स्टेशन पर जो भी पुलिस को संदिग्ध नजर आया उससे पूछताछ करने लगे. काफी देर के बाद लोगों को पता चला कि पुलिस और जीआरपी की टीम मॉक ड्रिल कर रही है.
दुर्ग रेलवे स्टेशन पर चलाया गया मॉक ड्रिल: कुछ दिनों पहले देश के सभी रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. पुलिस की जांच में पता चला कि धमकी देने वाले ने फर्जी कॉल कर डराने की कोशिश की है. पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से रेलवे के साथ मिलकर ये मॉक ड्रिल अभियान चलाया. मॉक ड्रिल का मकसद अपनी तैयारियों और खामियों को चेक करना था.
कुछ दिनों पहले देश के सभी रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी इसी सूचना पर अलर्ट होते हुए रविवार को मॉक ड्रिल किया गया है. बंगलुरु जाने के लिए निकली छह लड़कियों को पुलिस ने पकड़ा. रेलवे स्टेशन की जांच के दौरान पुलिस ने कई यात्रियों से भी पूछताछ की. बात में पता चला कि पकड़ी गई लड़कियां जॉब के लिए जा रही हैं. - सुखनंदन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहर
लोगों ने ली राहत की सांस: लोगों को जब पता चला कि पुलिस और जीआरपी की टीम मिलकर मॉक ड्रिल कर रही है तो लोगों की जान में जान आई. काफी देर तक स्टेशन परिसर और स्टेशन के भीतर अफरा तफरी का माहौल बना रहा. लोगों को थोड़ी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा. यात्रियों को जब पता चला कि उनकी सुरक्षा के लिए ही मॉक ड्रिल किया जा रहा है तो पुलिस को धन्यवाद देते नजर आए.