नई दिल्ली:क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली में मोबाइल स्नैचिंग और मोबाइल चुराने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. उस मामले में गैंग के मास्टरमाइंड सहित उसके साथी को दबोचा गया है. जिसकी पहचान राजेश राठौड़ और सनी उर्फ कट्टा के रूप में हुई है. इनके पास से 62 मोबाइल बरामद किए गए हैं.
पुलिस के अनुसार राजेश दिल्ली पुलिस का घोषित बैड कैरेक्टर है और पहले से 25 लूट, चोरी और आर्म्स एक्ट के मामलों में शामिल रहा है. जबकि इसका साथी सन्नी स्नैचिंग और बरगलरी के आठ वारदात को अंजाम दे चुका है. डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि एसीपी नरेश सोलंकी की देखरेख में इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया, एसआई बीजू मोन, हेड कांस्टेबल अरविंद, संजय, सोमवीर और कांस्टेबल विपिन की टीम ने इस गैंग तक पहुंचने में काफी मशक्कत की.
टेक्निकल सर्विलांस के साथ-साथ दर्जनों की संख्या में सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया और उसके आधार पर सबसे पहले मेहरौली बदरपुर रोड से राजेश राठौर को दबोचा गया. उसके पास से जांच टीम ने 30 मोबाइल बरामद किया है. उससे जब आगे की पूछताछ शुरू हुई तो उसने बताया कि उसका एक साथी संजय है, जो गोविंदपुरी में रहता है. पुलिस टीम ने वहां छापा मारा और उसके पास से 32 मोबाइल के साथ संजय को पकड़ा. इन दोनों से जब पूछताछ हुई तो बताया कि यह लोग मोबाइल चुराने और मोबाइल स्नैचिंग करने वाले गैंग ऑपरेट करते हैं.
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ये लोग ज्यादातर भीड़ भाड़ वाले बसों में वारदात को अंजाम देते हैं. जिस बस में यह वारदात को अंजाम देते हैं, उसके पीछे इनका ऑटो चल रहा होता है. जिससे कि ये लोग बस से उतरकर ऑटो में बैठकर फरार हो सके. या मोबाइल चुराने के बाद ऑटो सवार अपने साथी को मोबाइल देकर फिर से बस में सवार होकर दूसरी वारदात को अंजाम दे सकें.
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे लोग पिछले 1 साल से वारदात को अंजाम दे रहे हैं. 100 से ज्यादा मोबाइल वह लोगों के पॉकेट से निकाल चुके हैं. जो 62 मोबाइल बरामद किए गए हैं उनमें से काफी मोबाइल अलग-अलग थाना इलाकों में दर्ज मामलों में कनेक्ट किए जा चुके हैं और बाकी आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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