भिवानी: आजकल मोबाइल फोन चोरी की घटनाओं में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. कई बार फोन गुम हो जाता है. लोग फोन रखकर भूल जाते हैं. बाद में जब उसी जगह ढूंढने जाते हैं तो मिलता नहीं. कई बार ऐसा भी होता है कि जेब से मोबाइल फोन गिर जाता है और आपको पता भी नहीं चला. जब पता चलता है तो देर हो चुकी होती है. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि गुम हुए या चोरी हुए फोन को कैसे ढूंढा जाए?
दरअसल मोबाइल फोन में आपका पर्सनल और प्रोफेशनल डेटा होता है. जिसका आपको चोरी किए जाने का डर सताता रहता है. अब आपको फोन गुम हो जाने या चोरी (Lost Mobile Phones) हो जाने पर घबराने की जरूरत नहीं, क्योंकि ऑनलाइन शिकायत कर आप अपने फोन को आसानी से ढूंढ सकते हैं.
फोन चोरी होने पर CEIR पोर्टल पर करें शिकायत: खोए हुए या चोरी हुए फोन को ढूंढने में लोगों को मदद करने के लिए केंद्र सरकार ने सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंडीफिकेशन रजिस्ट्रेशन (CEIR) https://www.ceir.gov.in/Home/index.jsp पोर्टल लॉन्च किया है. इस पोर्टल पर आप अपने गुम हुए या फिर चोरी हुए फोन की शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं. जिसके बाद आपका फोन मिलने की संभावना ज्यादा होगी.
भिवानी पुलिस ने ढूंढे 429 मोबाइल: इस पोर्टल के जरिए भिवानी पुलिस चोरी (Mobile Phone Theft) और गुम हुए 429 फोन उनके मालिकों तक पहुंचा चुकी है. डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि अब तक भिवानी पुलिस लगभग 73 लाख रुपये की कीमत के 429 फोन ढूंढकर उनके मालिकों तक पहुंचा चुकी है. पिछले तीन महीनों में 102 मोबाइल फोन उनके मालिकों तक पहुंचाए गए हैं.
ऐसे दर्ज करें शिकायत: डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि अगर किसी भी व्यक्ति का फोन गुम हो जाता है या चोरी हो जाता है, तो वो सीईआईआर पोर्टल (CEIR Portal) पर रजिस्टर करें. इसके बाद पोर्टल पर दी गई सभी जानकारी को फिल करें. जैसे मोबाइल का मॉडल, आईएमईआई नंबर, मोबाइल खरीद का डॉक्यूमेंट, नजदीकी पुलिस थाना, फोन मालिक नाम और पता. ये सभी डॉक्यूमेंट अपलोड करने के बाद आपकी शिकायत पोर्टल पर दर्ज हो जाएगी.
इन बातों का रखें ध्यान: शिकायतकर्ता को अपनी मोबाइल वाला सिम कार्ड बंद करवाना होगा. उसी नंबर का नया सिम कार्ड निकालकर शिकायतकर्ता को दूसरे फोन में डालना होगा. इसके बाद उस नंबर पर ओटीपी आएगा. जो शिकायतकर्ता को पोर्टल पर सबमिट करना होगा. ऐसा करते ही शिकायतकर्ता का गुम हुआ या चोरी हुआ फोन ब्लॉक हो जाएगा. कोई दूसरा शख्स उसका इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. जैसे ही कोई दूसरा शख्स उसमें अपना सिम डालकर चलाने की कोशिश करेगा, तो ब्लॉक फोन का पोपअप सीईआईआर के पोर्टल पर उपलब्ध हो जाएगा. जिसके आधार पर पुलिस फोन को ढूंढकर उसके मालिक के पास पहुंचा देगी.