अजमेर : जिले में किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने एसएचओ पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए पुलिस ने गलत रिपोर्ट पेश की है. वहीं, बांदरसिंदरी थाना अधिकारी पारुल यादव का कहना है कि पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन की जाती है. इसी संबंध में अजमेर कोतवाली थाने से मिली क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी ही सब्मिट की गई है.
6 महीने पूर्व ही समाप्त हो चुका मुकदमा : जानकारी के अनुसार विधायक विकास चौधरी ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी है. लिहाजा उनके निवास संबंधित बांदरसिंदरी थाने में पुलिस की वेरिफिकेशन के लिए रिपोर्ट मांगी गई थी. आरोप है कि इस रिपोर्ट को थानेदार ने यह दलील देते हुए पेश किया कि विधायक पर एक मुकदमा चल रहा है, जबकि वह मुकदमा 6 महीने पूर्व ही समाप्त हो चुका है. कोर्ट की ओर से विधायक चौधरी को दोष मुक्त किया जा चुका है.
इसे भी पढ़ें. पूर्व विधायक का आरोप, 4 घंटे थाने में बैठे रहे पूर्व मंत्री भाया, पुलिस ने नहीं किया मुकदमा दर्ज
विधायक विकास चौधरी का आरोप है कि थानेदार ने कोर्ट के आदेश को भी नहीं माना और राजनीतिक दबाव के कारण मामला लंबित बता दिया. उन्होंने कहा कि जब एक विधायक को सूचना गलत दी जा रही है तो आम जनता को पुलिस क्या न्याय दे रही है? विधायक चौधरी ने बताया कि शीतकालीन सत्र में विधानसभा में मामला लेकर जाएंगे. इसके साथ ही कानून विशेषज्ञों की राय लेकर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों पर मानहानि का मुकदमा भी दर्ज कराएंगे.