हल्द्वानी: नैनीताल हाईकोर्ट की एक बेंच को आडीपीएल ऋषिकेश में बनाने और नैनीताल से हाईकोर्ट को कहीं अन्य जगह शिफ्ट करने के मामले में राजनीति शुरू हो गई है. दरअसल कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने सरकार पर आरोप लगाया है कि नैनीताल हाईकोर्ट से कुमाऊं का नाम जुड़ा था, लेकिन अब सरकार उसको भी ऋषिकेश में शिफ्ट कर कुमाऊं गढ़वाल के क्षेत्रवाद को बांट रही है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट शिफ्टिंग का मामला न्यायालय का है, लेकिन इस मामले में सरकार को भी हस्तक्षेप करने की जरूरत है.
कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने सरकार पर उठाए सवाल: विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि सरकार ने सारे दफ्तरों को देहरादून में बना दिया है. यहां तक की कुमाऊं में जो भी दफ्तर हैं, उनको भी देहरादून शिफ्ट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार के पास अपना कानून मंत्रालय है. ऐसे में कानून मंत्रालय से बात करके हाईकोर्ट शिफ्टिंग के मामले में मुख्यमंत्री को रुचि लेनी चाहिए. जिससे हाईकोर्ट को नैनीताल जिले से कहीं अन्य जगह शिफ्ट ना किया जाए.
सुमित हृदयेश बोले सीएम धामी करें हस्तक्षेप: सुमित हृदयेश ने कहा कि हाईकोर्ट इस मामले में जनमत संग्रह तो कर रहा है, लेकिन जनमत संग्रह में कुमाऊं मंडल के अधिवक्ताओं और यहां के लोगों की भी राय लेनी जरूरी है. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, इसलिए नैनीताल जिले में ही हाईकोर्ट को रखा जाए. उन्होंने कहा कि मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने को कहा था.
चारधाम यात्रा पर भी उठे सवाल: विधायक सुमित हृदयेश ने चारधाम यात्रा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है, क्योंकि हर साल चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सभी व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिया गया है. जिससे लोग परेशान हो रहे हैं. साथ ही हेली सेवाएं भी चरमरा गई हैं.
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