महराजगंज : सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज के लिए एक रुपये की पर्ची की जगह दो रुपये लिए जाने का विरोध कर सुर्ख़ियों में आए सिसवा के भाजपा विधायक प्रेम सागर पटेल इस बार फिर चर्चा में हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिसवा में इलाज के लिए पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता की इलाज में देरी पर विधायक खुद पहुंच गए. उस समय तक इलाज शुरू नहीं हुआ था. सीएचसी पर न तो अधीक्षक मौजूद थे और न ही डॉक्टर या फार्मासिस्ट. इस पर विधायक ने सीधे डिप्टी सीएम और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को फोन लगा दिया. समस्या बताते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की.
यह घटना शनिवार रात की है. सिसवा चीनी मिल में काम करने वाले लालमणि नाम के एक कर्मी की दो युवकों ने पिटाई कर दी. इससे लालमणि घायल हो गया। लालमणि को इलाज के लिए सिसवा सीएचसी भेजा गया. घटना की सूचना मिलते ही कोठीभार थाना के प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह पहुंचे. डॉक्टर के नहीं रहने से इलाज में देरी होने लगी. घायल कर्मी दर्द से कराह रहा था. उसकी हालत नाजुक होती जा रही थी. यह देख लोगों ने सिसवा विधायक प्रेमसागर पटेल को फोन कर दिया. कुछ देर बाद सिसवा विधायक भी सीएचसी पहुंच गए. लोगों की बेबसी देख सिसवा विधायक ने फ़ौरन डिप्टी सीएम/स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को फोन कर दिया.
फोन पर विधायक ने कहा कि, इस समय मैं अपने विधानसभा क्षेत्र की सिसवा सीएचसी पर मौजूद हूं. यहां न तो अधीक्षक हैं और न ही डॉक्टर. पीएचसी से थोड़ी दूर सीएचसी बनी है. सभी डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी पुराने अस्पताल पर ही रहते हैं. सीएचसी पर आते ही नहीं है. इस वजह से सीएचसी पर आने वाले मरीजों का त्वरित इलाज नहीं हो पा रहा है. यहां मनमानी की वजह से लोगों को सरकारी इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है. इसको दुरुस्त करना हम लोगों की ही जिम्मेदारी है. इसमें सुधार की जरूरत है, जिससे लोगों को सुलभ सरकारी सुविधा का लाभ मिल सके. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि व्यवस्था में सुधार के साथ ही कड़ी कार्रवाई का आश्वासन विधायक को दिया.
सिसवा सीएचसी पहुंचे भाजपा विधायक प्रेम सागर पटेल ने व्यवस्था का निरीक्षण भी किया. सीएचसी में एक्स रे मशीन थी लेकिन उसे ऑपरेट करने वाला कोई नहीं दिखा. दवा वितरण कक्ष में खिड़की खुली थी लेकिन कोई दवा बांटने वाला फार्मासिस्ट या अन्य कोई कर्मी नहीं दिखा. यह देख विधायक बोले कि यहां की व्यवस्था तो बहुत ही खराब है. विधायक के निरीक्षण के दौरान भी कोई डॉक्टर या जिम्मेदार मौजूद नहीं था. कुछ कर्मी मौजूद थे लेकिन वह विधायक के सवालों पर कोई जवाब नहीं दे रहे थे.