कोटा. हाड़ौती में चंबल नदी से निकली हुई नहरें खेतों के लिए जीवनदायनी है, लेकिन टेल क्षेत्र के खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा है. इसको लेकर गुरुवार को कोटा में प्रदर्शन शुरू हुआ. किसानों के इस प्रदर्शन की अगुवाई पीपल्दा विधायक चेतन पटेल कोलाना ने की. उन्होंने इटावा एसडीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि अगर 3 दिन में किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंचा, तो कोटा कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा.
विधायक कोलाना व किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान विधायक पटेल ने प्रशासन को नहरों के अंतिम छोर में पानी पहुंचाने के लिए 3 दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर 3 दिनों में किसानों की समस्या का हल नहीं हुआ, तो कोटा कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा. क्योंकि किसानों की खेत में खड़ी हुई फसल सूख रही है और नहर में भी पानी नहीं है. इससे इन किसानों के उत्पादन और इसकी गुणवत्ता पर भी असर पड़ेगा.
पढ़ें: मावठ की बारिश से किसानों के खिले चेहरे, फसल अच्छी होने की उम्मीद
चेतन पटेल कोलाना का कहना है कि वह किसानों का हक मांग रहे हैं. उन्होंने करीब 15 दिन पहले ही इस संबंध में सीएडी के अधिकारियों को चेतावनी दी थी. साथ ही 11 फरवरी को वह सीएडी कमिश्नर से भी मिल लिए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें आश्वासन मिलते रहा.
पढ़ें: अंता में बारिश से फसलें हुई चौपट, किसानों ने लगाई सरकार से मदद की गुहार
अधिकारियों की ओर से पहले 15, फिर 18 और बाद में 20 फरवरी तक का आश्वासन दिया, लेकिन 22 फरवरी तक भी टेल क्षेत्र के खेतों में पानी नहीं पहुंचा है. विधायक कोलाना का कहना है कि उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ा है, क्योंकि टेल क्षेत्र के किसानों को पूरा पानी नहीं मिल पा रहा है. जबकि मध्यप्रदेश को पूरा पानी दिया जा रहा है. इसी तरह से हेड एरिया के किसानों को भी पूरा पानी मिल रहा है.