मिर्जापुर/कौशांबी/फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान का पांचवां चरण शुरू हो चुका है. अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को लेकर कई योजनाओं की शुरुआत की गई है. इसके लिए गृह विभाग के साथ 12 विभागों को जिम्मेदारी दी गई है. इसी क्रम में मंगलवार को मिर्जापुर और कौशांबी में मेधावी छात्राओं को एक दिन का डीएम बनाकर लोगों की समस्याओं का समाधान कराया गया.
मिर्जापुर में दो मेधावी छात्राओं शिवांशी द्विवेदी और लक्ष्मी रतन मौर्य ने सांकेतिक जिलाधिकारी की कमान संभाली. कार्यालय पहुंचने पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने गुलदस्ता देखकर स्वागत किया. इसके बाद छात्राओं ने फरियादियों की समस्याएं सुनीं और समाधान सुझाए.
कौशांबी में कक्षा 9 की छात्रा काजल ने डीएम की कुर्सी संभाली और डीएम मधुसूदन हुल्गी की मौजूदगी में अफसरों को दिशा निर्देश दिए. काजल ने एक दर्जन से अधिक शिकायत पत्रों का अवलोकन किया और अफसरों को तत्काल निस्तारण कराने का आदेश दिया. काजल मूरतगंज स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के 9th की छात्रा है.
डीएम मधुसूदन हुल्गी ने बताया कि मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत गर्ल्स स्टूडेंट्स में आत्म विश्वास को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है. इससे अन्य बेटियां सबक के तौर पर लेकर अपने जीवन के उदेश्य को पूरा करने को आगे बढ़ सकेंगी.
वहीं फर्रुखाबाद में मिशन शक्ति अभियान फेज-5 के तहत मंगलवार को 12वीं की छात्रा जान्हवी अवस्थी को एक दिन के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) बनाया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कुर्सी पर बैठकर छात्रा ने शिकायतों को सुना और उनका निस्तारण किया.