धौलपुर: बसेड़ी थाना क्षेत्र के अतरसुमा गांव में गुरुवार को रंगदारी की मांग को लेकर बदमाशों ने दिन दहाड़े एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के मालिक पर फायरिंग कर दी. गोलियां फाइनेंस कंपनी के मालिक की गाड़ी में लगकर रह गई, जिससे वे बाल बाल बच गए. वारदात के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर मुकदमा दर्ज कर लिया.
बसेड़ी थाने के एएसआई फतेह सिंह ने बताया कि पीड़ित प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के मालिक महेंद्र सिंह ठाकुर है. उसने रिपोर्ट में बताया कि वह सूरत शहर में प्राइवेट वाहनों की फाइनेंस कंपनी चलाता है. वह भतीजे के रिश्ते के सिलसिले में गांव आया हुआ था. वह गुरुवार को अपनी कार से रिश्तेदारी में शामिल होकर घर वापस आया था. इसी दौरान गांव के ही बदमाश ने अपने सहयोगी एवं दो अन्य नकाबपोश बदमाशों के साथ फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग की गोलियां गाड़ी में लगी है. घटना में महेंद्र सिंह बाल बाल बच गए.
दस लाख मांग रहे थे: पीड़ित ने बताया कि आरोपी 10 लाख रुपए की रंगदारी की मांग कर रहे थे. बदमाश दो बाइकों पर आए थे और फायरिंग कर फरार हो गए. पीड़ित ने बसेड़ी थाने में सूचना दी. एएसआई फतेह सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचकर मौके का जायजा लिया. मौके कारतूस के खाली 10 खोखे बरामद किए गए हैं. घटना के बाद पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कराई है, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं लग सका. उन्होंने बताया कि पीड़ित ने दो नामजद एवं दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है.
मुखबिरी का संदेह था, इसलिए मांग रहे रंगदारी: पीड़ित महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि दोनों आरोपी रामहरि और नानू जाट सूरत शहर में ही काम करते थे. कुछ वर्ष पूर्व दोनों ने एक ज्वेलर्स की दुकान में लूट की घटना को अंजाम दिया था. दोनों बदमाशों को सूरत पुलिस ने पकड़ लिया था. उनको अंदेशा था कि उसकी मुखबिरी पीड़ित कंपनी मालिक ने की. मुखबिरी का आरोप लगाकर दोनों बदमाश 10 लाख रुपए मांग रहे थे.
दोनों को पुलिस पहले कर चुकी गिरफ्तार: एएसआई ने बताया कि आरोपी रामहरि एवं नानू जाट लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. उनके खिलाफ लूट, रंगदारी और मारपीट जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है. दोनों बदमाशों को धौलपुर पुलिस गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है. जेल से छूटने के बाद दोनों फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गए.