प्रतापगढ़ : जिले के पट्टी थाना क्षेत्र में दो दिन पहले 21 मार्च को हुई फर्नीचर व्यवसाय की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. हत्या कारोबारी के नाबालिग बेटे ने ही करवाई थी. पुलिस को जांच में पता चला कि पिता बेटे को उसकी गलत संगत के कारण रोकता-टोकता था. इसी से नाराज होकर बेटे ने दोस्तों को 6 लाख रुपये में पिता की हत्या की सुपारी दे दी. जिसके बाद कारोबारी पिता को सरेराह गोली मार दी गई. पुलिस ने इस मामले में कारोबारी के बेटे सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं.
पूरा मामला बाईपास नगर पंचायत के मोर कस्बा पट्टी का है. बीते 21 मार्च को सुबह 9 बजे फर्नीचर कारोबारी नईम अपने बेटे को स्कूल छोड़ने जा रहा था. इसी दौरान तीन अज्ञात बदमाशों ने सरेराह नईम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. नईम को लोगों ने घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया था. इस वारदात के बाद व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हत्यारों की तलाश की शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले. मामले में पुलिस ने शनिवार को बड़ा खुलासा किया.
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
घटना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू किए तो एक बाइक पर तीन संदिग्ध नजर आए. जिसके बाद सर्विलांस टीम सक्रिय हुई. मुखबिर की सूचना पर एक अपराधी पीयूष पाल को इलाके से गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की गई तो सारी परतें खुलने लगीं. पुलिस ने बताया कि मृतक के नाबालिग बेटे ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी. बेटे ने पिता की हत्या का सौदा 6 लाख रुपये में तय किया था. इसके बाद तय समय पर जब नईम अपने बेटे को स्कूल छोड़ने जा रहे थे तो टाउन एरिया ऑफिस के पास उसे मौत के घाट उतार दिया गया.
पिता की रोक-टोक से नाराज था नाबालिग बेटा
पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि नाबालिग बेटे ने सुपारी देकर अपने फर्नीचर व्यवसायी नईम की हत्या करवाई थी. वह गलत सोहबत में था. पिता उसे कई बातों के लिए रोकते-टोकते थे. बेटे ने पुलिस को बताया कि वह गलत संगत में पड़ गया था. कभी घर से तो कभी दुकान से पैसे चुरा लिया करता था. जिससे उसका खर्च चलता था. पिता खर्च के लिए रुपये देने से मना करते थे और उस पर पाबंदी भी लगाते थे. जिसके चलते वह अपने पिता से नाराज था. उसने इलाके के बदमाशों को पिता की हत्या के लिए 6 लाख की सुपारी दी थी. इसमें एक लाख रुपये एडवांस में भी दिए गए थे.
पिता की हत्या का पहले भी किया था प्रयास
हत्या के आरोपी नाबालिग बेटे ने पुलिस को बताया कि पिता की हत्या करने के लिए उसने पहले भी अपने दोस्तों के साथ प्रयास किया था, लेकिन वारदात को अंजाम नहीं दे पाया था. इसके बाद पिता की हत्या के लिए तीन शूटरों को सुपारी के तौर पर रुपए एडवांस में दिए. कुछ रुपये उधार लेकर व कुछ पहले से ही उसके पास थे. बाकी रुपये घटना के बाद देने के लिए कहे थे.