पटनाः बिहार विधानसभा फ्लोर टेस्ट को लेकर मंत्री संतोष सुमन ने बड़ा दावा किया है. संतोष सुमन शनिवार की शाम दिल्ली से पटना पहुंचे. उन्होंने जिस तरीके से दावा किया है. इससे साफ है कि सबकुछ फिक्स है. सवाल है कि अगर सबकुछ फिक्स है तो बिहार में जोड़ तोड़ की राजनीति क्यों हो रही है. इसपर संतोष सुमन ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने दावा किया कि फ्लोर टेस्ट में एनडीए पास होगा.
'जंगलराज में कुछ नहीं रखा': शनिवार को ही सीपीआई विधायक महबूब आलम जीतन राम मांझी से मुलाकात की है. इसको लेकर संतोष सुमन ने कहा कि कोई भी आकर मिले इससे फर्क नहीं पड़ता है. हमलोग पूरी मजबूती से एनडीए के साथ है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी की जरूरत नहीं है. अगर कोई आना चाहता है तो उसका स्वागत है. विधायक महबूब आलम को लेकर कहा कि एनडीए में आ जाएं जंगलराज में कुछ नहीं रखा है.
"मिलने दीजिए, इससे क्या फर्क पड़ता है. हमलोग तो सोंच रहे हैं कि माले नेता हमारे तरफ आ जाएं. बेकार में जंगल राज में फंसे हुए हैं. स्पष्ट है कि एनडीए के पास बहुमत है. फ्लोर टेस्ट में हमलोग पास होंगे. वे लोग टांय-टांय फिस्स हो जाएंगे. हमें किसी की जरूरत नहीं है लेकिन अगर कोई आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है." -संतोष सुमन, मंत्री, बिहार सरकार
'राजनीति करने से कुछ नहीं होता': संतोष सुमन ने साफ-साफ कहा कि बिहार में एनडीए पूरी तरह से मजबूत है. हमलोग एनडीए गठबंधन के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस बार बहुमत हासिल करेगी. फिर से नई सरकार बनेगी. जो लोग खेल होने की बात कर रहे हैं, वे ऐसे ही मुंह देखते रह जाएंगे. सिर्फ राजनीति करने से कुछ नहीं होता है.
12 फरवरी राजनीतिक परीक्षाः 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट है. ऐसे में विपक्ष पूरी ताकत लगा रही है कि किसी तरह एनडीए फ्लोट टेस्ट में पास न हो पाए. अगर ऐसे होता है तो सरकार गिर जाएगी. इसको लेकर जोड़ तोड़ की राजनीति की जा रही है. भाजपा बोधगया में अपने विधायकों के साथ है तो राजद अपने विधायकों को कैद कर लिया है. जदयू ने भी अपने विधायकों को भोज पर बुलाया था.
मांझी से क्यों मिले महबूब आलम? इसी बीच शनिवार को सीपीआई विधायक महबूब आलम जीतन राम मांझी से मुलाकात की. कयास लगाया जा रहा है कि महबूब आलम लालू प्रसाद यादव का दूत बनकर गए थे. महबूब आलम के साथ सत्यदेव राम भी थे. हालांकि महबूब आलम ने मीडिया से कहा कि वे जीतन राम मांझी की तबीयत के बारे में पूछने के लिए गए थे. बिहार में खेला को लेकर कहा कि हमलोग इसमें नहीं हैं.
यह भी पढ़ेंः 'अच्छा खेल दिखाएंगे मांझी जी', HAM संरक्षक से मिलने के बाद बोले लेफ्ट MLA, क्या फिर होगा 'खेला'?