रायपुर: छत्तीसगढ़ के मौसम का मिजाज बदल रहा है. बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते न सिर्फ मौसम बदला है बल्कि 2 से 5 डिग्री तक तापमान भी नीचे चला गया है. लोगों को गर्मी से जहां राहत मिली है वहीं मौसम भी खुशनुमा हो गया है. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर कहा है कि बुधवार की सुबह तक कई जगहों पर बारिश और ओले गिर सकते हैं. बारिश के साथ तेज हवाओं का भी असर दिखाई देगा.
मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट: मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए ऑरेंज अलर्ट में प्रदेश के सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, गौरेला पेंड्रा मरवाही, मुंगेली, रायगढ़, कोरबा, कबीरधाम और जांजगीर चांपा में बारिश और ओला वृष्टि की आशंका जताई गई है. प्रदेश के बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर चांपा, बलौदा बाजार, गरियाबंद और महासमुंद जिलों के एक दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ ही मध्यम से भारी बारिश की संभावना है.
बेमौसम बारिश का पड़ेगा किसानों पर बुरा असर: मौसम विभाग के अलर्ट के बाद किसानों की भी चिंता बढ़ गई है. अगर भारी बारिश और ओलावृष्टि होती है तो खेतों में लगी फसलों को काफी नुकसान होगा. कुछ महीने पहले भी बारिश और ओलावृष्टि की चपेट में आने से कई जिलों में फसलों को नुकसान हो चुका है. कृषि मंडियों में भी कई जगह खुले में अनाज रखे हैं. अगर बारिश होती है तो खुले में रखे अनाज भीग जाएंगे. जिन जिलों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है उन जिलों में सब्जियों की खेती ज्यादा होती है.
पेंड्रा में गिरे ओले: पेंड्रा जिले में ओले गिरने से किसानों की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं. घंटों हुई मूसलाधार बारिश और ओले गिरने से खेतों में खड़े फसले चौपट हो गई. किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश ने उनकी कमर तोड़ दी. किसान अब सरकार से मुआवजे की उम्मीद कर रहे हैं.
कवर्धा में बारिश ने मचाई तबाही: मार्च के महीने में जिस तरह की बारिश हुई उससे किसान परेशान हो गए हैं. बारिश के चलते खेतों में लगी मूंग, मसूर, चना, सरसो पूरी तरहे से खराब हो गया है. गेहूं की फसल जो अब तैयार होने को थी वो खेतों में भीगकर खराब हो गई है. जिले में किसानों को बारिश से भारी नुकसान हुआ है.