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पटना में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मंथन, जानिए क्या कहते हैं राजनीतिक पार्टी के नेता - WAKF BOARD AMENDMENT BILL

पटना में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मंथन किया गया. जेपीसी के द्वारा सभी नेता, ब्यूरोक्रेट्स और जनप्रतिनिधि से राय ली गयी.

Wakf Board Amendment Bill JPC Meeting
जेपीसी की बैठक में प्रतिनिधि (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 19, 2025, 1:56 PM IST

पटना: देश में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर बहस जारी है. विवाद को खत्म करने के लिए केंद्र की सरकार ने ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) का गठन किया है. जेपीसी ने बिहार का दौरा किया और दोनों पक्षों के लोगों से राय ली. संबंधित पक्ष ने अपने-अपने प्रस्ताव जेपीसी के सामने रखें. विपक्षी पार्टी राजद के नेताओं ने इसका विरोध किया है.

राजनीतिक दलों ने रखी राय: बिहार में बड़े पैमाने पर वक्फ बोर्ड की संपत्ति सिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड के पास है. राजनीतिक दलों के बीच बोर्ड संशोधन बिल को लेकर बहस जारी है. बिहार के तमाम राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय भी दी है. राजधानी पटना के होटल में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर बैठक हुई. जेपीसी की टीम के सामने संबंधित पक्ष और राजनीतिक दलों ने अपनी राय रखी.

पटना में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल राय (ETV Bharat)

पार्टी प्रतिनिधि शामिल: जेपीसी के बिहार दौरे पर कई सदस्यों ने टीम के सामने अपना पक्ष रखा पक्ष रखने वालों में सिया वक्त बोर्ड के अध्यक्ष, सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष, एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा सिविल सोसाइटी के लोग और अवकाश प्राप्त नौकरशाह और भाजपा की ओर से भी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने प्रतिनिधि को बैठक में भेजा था.

जदयू प्रतिनिधि नहीं पहुंचे: राजद एमएलसी ने कहा कि मैने अपनी पार्टी की बातों को मजबूती के साथ रखा है. राजद एमएलसी ने सवाल उठाते हुए कहा कि बैठक में सीएम नीतीश कुमार के कोई प्रतिनिधि नहीं थे. कहा कि नीतीश जी का डबल चेहरा लोगों के सामने है. नीतीश जी का भगवाकरण हो चुका है. देश संकट में है.

"यह इतना खतरनाक बिल है, जिसे अगर कोई पढ़ लेगा को रोंगटे खड़ा हो जाएगा. हमारी पार्टी हमेशा इसका विरोध करती आयी है और करती रहेगी." -कारी शोएब, एमएलसी, राजद

'बिल में मुस्लिम समाज की चिंता': लोजपा रामविलास सांसद अरुण भारती ने कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल संसद में लाया गया था. इस बिल में मुस्लिम समाज कि चिंता को लेकर आवाज उठाई थी. चिराग पासवान ने कहा था कि इस बिल को सभी की सहमति से लाया जाए. इसी को देखते हुए जेपीसी भारत के हर राज्य में हर समाज का विचार जान रही है.

"सभी लोगों से राय ली गई है. हमारी पार्टी से भी लोगों ने अपनी राय रखी है. सबकी राय जानने के बाद मामले को अंतिम रूप दिया जाएगा." -अरुण भारती, सांसद, LJP(R)

बजट सेशन में पेश होगी रिपोर्ट: इस बैठक में जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि इस बैठक में बिहार वक्फ बोर्ड के चेयरमेन सहित कई लोग शामिल हुए. सभी ने अपनी-अपनी राय रखी है. जगदंबिका पाल ने कहा कि दिल्ली में भी इसको लेकर 34 बैठकें की गयी है. रिपोर्ट तैयार हो गयी है. बजट सेशन में संसद में इस रिपोर्ट को प्रस्तुत किया जाएगा

"जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि बहुत अच्छी बैठक हुई है. सभी दल और सिविल सोसाइटी के लोग बैठक में शामिल हुए. सब ने अपनी बात रखी है. सबके सुझाव को लेकर हम रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे. आम समिति के बाद बजट सत्र में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को अंतिम रूप दे दिया जाएगा." -जगदंबिका पाल, अध्यक्ष, जेपीसी

यह भी पढ़ें: 'विधानसभा चुनाव में 75% मुस्लिम देंगे नीतीश को वोट': शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्षों का दावा

पटना: देश में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर बहस जारी है. विवाद को खत्म करने के लिए केंद्र की सरकार ने ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) का गठन किया है. जेपीसी ने बिहार का दौरा किया और दोनों पक्षों के लोगों से राय ली. संबंधित पक्ष ने अपने-अपने प्रस्ताव जेपीसी के सामने रखें. विपक्षी पार्टी राजद के नेताओं ने इसका विरोध किया है.

राजनीतिक दलों ने रखी राय: बिहार में बड़े पैमाने पर वक्फ बोर्ड की संपत्ति सिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड के पास है. राजनीतिक दलों के बीच बोर्ड संशोधन बिल को लेकर बहस जारी है. बिहार के तमाम राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय भी दी है. राजधानी पटना के होटल में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर बैठक हुई. जेपीसी की टीम के सामने संबंधित पक्ष और राजनीतिक दलों ने अपनी राय रखी.

पटना में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल राय (ETV Bharat)

पार्टी प्रतिनिधि शामिल: जेपीसी के बिहार दौरे पर कई सदस्यों ने टीम के सामने अपना पक्ष रखा पक्ष रखने वालों में सिया वक्त बोर्ड के अध्यक्ष, सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष, एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा सिविल सोसाइटी के लोग और अवकाश प्राप्त नौकरशाह और भाजपा की ओर से भी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने प्रतिनिधि को बैठक में भेजा था.

जदयू प्रतिनिधि नहीं पहुंचे: राजद एमएलसी ने कहा कि मैने अपनी पार्टी की बातों को मजबूती के साथ रखा है. राजद एमएलसी ने सवाल उठाते हुए कहा कि बैठक में सीएम नीतीश कुमार के कोई प्रतिनिधि नहीं थे. कहा कि नीतीश जी का डबल चेहरा लोगों के सामने है. नीतीश जी का भगवाकरण हो चुका है. देश संकट में है.

"यह इतना खतरनाक बिल है, जिसे अगर कोई पढ़ लेगा को रोंगटे खड़ा हो जाएगा. हमारी पार्टी हमेशा इसका विरोध करती आयी है और करती रहेगी." -कारी शोएब, एमएलसी, राजद

'बिल में मुस्लिम समाज की चिंता': लोजपा रामविलास सांसद अरुण भारती ने कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल संसद में लाया गया था. इस बिल में मुस्लिम समाज कि चिंता को लेकर आवाज उठाई थी. चिराग पासवान ने कहा था कि इस बिल को सभी की सहमति से लाया जाए. इसी को देखते हुए जेपीसी भारत के हर राज्य में हर समाज का विचार जान रही है.

"सभी लोगों से राय ली गई है. हमारी पार्टी से भी लोगों ने अपनी राय रखी है. सबकी राय जानने के बाद मामले को अंतिम रूप दिया जाएगा." -अरुण भारती, सांसद, LJP(R)

बजट सेशन में पेश होगी रिपोर्ट: इस बैठक में जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि इस बैठक में बिहार वक्फ बोर्ड के चेयरमेन सहित कई लोग शामिल हुए. सभी ने अपनी-अपनी राय रखी है. जगदंबिका पाल ने कहा कि दिल्ली में भी इसको लेकर 34 बैठकें की गयी है. रिपोर्ट तैयार हो गयी है. बजट सेशन में संसद में इस रिपोर्ट को प्रस्तुत किया जाएगा

"जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि बहुत अच्छी बैठक हुई है. सभी दल और सिविल सोसाइटी के लोग बैठक में शामिल हुए. सब ने अपनी बात रखी है. सबके सुझाव को लेकर हम रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे. आम समिति के बाद बजट सत्र में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को अंतिम रूप दे दिया जाएगा." -जगदंबिका पाल, अध्यक्ष, जेपीसी

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