नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली कूच करने के लिए 13 फरवरी से किसान शंभू बॉर्डर पर बैठे हैं. हालांकि, अभी तक भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन में शामिल होने को लेकर औपचारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि 17 जनवरी को सिसौली में होने वाली भाकियू की बैठक में राकेश टिकैत किसान आंदोलन के समर्थन को लेकर कोई अहम निर्णय ले सकते हैं.
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के युवा प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह के मुताबिक, 16 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने तैयारी पूरी कर ली है. भारत बंद को सफल बनाने के लिए कर्मचारी संघ, ट्रेड यूनियन, पुरानी पेंशन संघर्ष समितियां, रेडी पटरी वालों के संगठन, टेंपो और ट्रांसपोर्ट यूनियन भी शामिल होंगे. संयुक्त किसान मोर्चे के अंतर्गत आने वाले किसान संगठन ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर भारत बंद को सफल बनाने के लिए जनसंपर्क कर रहे हैं. शांतिपूर्वक ढंग से एसकेएम के आह्वान को धरातल पर उतारा जाएगा.
अनुज सिंह का कहना है कि फिलहाल किसानों का आंदोलन चल रहा है. किसान दिल्ली जाकर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखना चाहता है. सरकार की वादा खिलाफी को लेकर किसानों का प्रतिरोध जायज है. सरकार से मांग करते हैं कि किसानों को दिल्ली पहुंचने दिया जाए.
अनुज सिंह के मुताबिक, 17 फरवरी को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित सिसौली में किसानों की बड़ी बैठक होगी. जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय स्तर के सभी पदाधिकारी शामिल होंगे. किसानों की राजधानी सिसौली में सभी किसान नेताओं को बुलाया गया है. बैठक में मौजूदा किसान आंदोलन के समर्थन और सहयोग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन बड़ा निर्णय ले सकते हैं.
हालांकि, अभी गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की कोई खास हलचल नहीं देखी गई है. मंगलवार को तीन किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे, जबकि गुरुवार को दर्जन भर से अधिक किसान पहुंचे थे. वहीं, गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.