मेरठ : देशभर में सोलर पाॅवर को लेकर सरकारें गंभीर हैं. ऐसे में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों की भी कमी नहीं है. प्रदेश में जैसे जैसे सौर ऊर्जा को लेकर काम हो रहा है, उसी के साथ इस क्षेत्र में कॅरियर की सम्भावना बढ़ गई हैं. 45 दिन का खास प्रशिक्षण करके युवा अपना कॅरियर संवार सकते हैं. पूरी तरह से निःशुल्क प्रशिक्षण के साथ ही इस कोर्स को करने वालों रहने खाने की भी व्यवस्था सरकार ही दे रही है.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान यूपीनेडा के परियोजना प्रभागीय अधिकारी प्रमोद भूषण शर्मा ने बताया कि 2022 में सोलर नीति घोषित हुई थी. उसके पश्चात सूर्य मित्र प्रशिक्षण कराना है. इसके लिए ऐसे बच्चों का चिह्नीकरण किया जाएगा जो आईटीआई पास ऑउट, डिप्लोमा होल्डर या 12वीं में विज्ञान विषय से पढ़ाई किए हुए हैं. भारत सरकार से यूपी नोएडा को जो लक्ष्य प्राप्त हुआ है उसके मुताबिक 30 हजार ऐसे युवाओं को प्रशिक्षित करना है जो सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर लें और हुनरमंद बनकर भविष्य में इस क्षेत्र में प्राप्त ज्ञान से अपनी सेवाएं दे सकें.
प्रमोद भूषण शर्मा के मुताबकि 2024 में लक्ष्य के तहत 6000 छात्रों को प्रशिक्षित करना है. इसको लेकर कवायद हो रही हैं. इसके लिए यूपी में लखनऊ के चिनहट के अलावा कन्नौज और मऊ में कुल तीन केंद्र बनाए गए हैं. जहां पर यह प्रशिक्षण कराया जा रहा है. यहां पर 30-30 की संख्या के बैच तैयार करके प्रशिक्षण कराया जाता है. यह प्रशिक्षण पूर्णतया निशुल्क है और 45 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण है. जिसमें रहने खाने की भी निशुल्क व्यवस्था की जाती है. प्रशिक्षण के उपरांत उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाता है. साथ ही जो कंपनियां यूपीनेड़ा से जुड़ी हैं, उन कंपनियों में उन्हें नौकरियां भी दिलाई जाती हैं.
प्रमोद भूषण बताते हैं कि पीएम सूर्य घर योजना के लिए यूपी में 6 लाख सोलर लगाने का लक्ष्य है. इसी प्रकार अगर मेरठ जिले की बात करें तो यहां एक लाख घरों में सोलर लगाने का है. इसी से अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि इसके लगने के बाद आगामी समय में इनके आप प्रचार प्रसार और उनके रखरखाव के लिए भी इसके तकनीकी ज्ञान के जानकारों की भी रिपेयर और मेंटिनेंस की भी आवश्यकता होगी. यही सरकार का लक्ष्य भी है कि हर गली मोहल्ले में एक ऐसा सूर्य मित्र हो जो ऐसे तमाम सोलर एनर्जी से जुड़े उपक्रमों की जानकारी रखता हो ताकि आवश्यकता पड़ने पर रिपेयर और मेंटिनेंस भी क़रा पाए. इसी को लेकर नजदीकी जनपद बागपत के लिए भी प्रयासरत हैं.
प्रमोद भूषण बताते हैं कि मेरठ में शासकीय आईटीआई हैं. इनके अलावा 5 निजी आईटी आई हैं वहां भी प्रयास किए जा रहे हैं कि जो आईटीआई में ऐसे स्टूडेंट्स हैं जो सूर्य मित्र के लिए प्रशिक्षण पाना चाहते हैं वह भी जल्द से जल्द ऐसे छात्रों का डाटा उपलब्ध करा दें. ताकि उनके बैच बनाकर उन्हें प्रशिक्षण दिलाया जाए. बागपत जिले में भी 20 हजार घरों में सोलर लगाने का लक्ष्य है. जिसके लिए कोशिश की जा रही है.
यूपीनेडा के परियोजना प्रभागीय अधिकारी प्रमोद भूषण शर्मा ने बताया कि सूर्य मित्र के प्रशिक्षण के बाद इस क्षेत्र में कामयाब होने के लिए भी अपार सम्भावनाएं हैं. प्रशिक्षण के बाद किसी सोलर कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं या खुद का रोजगार भी कर सकते हैं. इतना ही नहीं ऐसे युवाओं के लिए पीएम सूर्य घर योजना में वेंडर बनने के विकल्प हैं. सूर्य मित्र बनने के लिए प्रशिक्षण में अधिकतम उम्र का कोई बंधन नहीं है. इतना ही नहीं अगर 30 से अधिक स्टूडेंट्स ऐसे हो जाएंगे जो की खास तौर से प्रशिक्षण को पाना चाहते हैं तो उनके लिए मेरठ में ही व्यवस्था कर दी जाएगी और यही उन्हें निःशुल्क आवासीय सुविधाओं के साथ प्रशिक्षण कराया जाएगा. यानी उन्हें लखनऊ, मऊ या फिर कन्नौज नहीं जाना पड़ेगा.