अलवर. जिले के रैणी क्षेत्र के नसिया तिराहे पर संचालित निजी क्लीनिक के उपचार से दो दिन पहले हुई 14 माह के मासूम बालक की मौत के बाद चिकित्सा विभाग हरकत में आया. शुक्रवार को चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की टीम ने निजी क्लीनिक से दवा व उपकरण आदि को जब्त कर निजी क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई को अंजाम दिया. वहीं रैणी सीएचसी प्रभारी डॉक्टर दीपक शर्मा ने निजी क्लीनिक व चार लैब के खिलाफ जलसाजी का मामला रैणी पुलिस थाने में दर्ज कराया.
बीसीएमएचओ डॉ रामस्वरूप मीणा ने बताया कि गत दो दिनों पहले क्षेत्र के नसिया चौराहा के पास संचालित एक निजी क्लीनिक द्वारा 14 माह के बालक का उपचार किया गया. उपचार के बाद बालक की तबीयत और बिगड़ गई, इससे बालक की मृत्यु हो गई. मृतक बालक के परिजनों ने भी निजी क्लीनिक के चिकित्सक पर गलत इलाज का आरोप लगाया था. उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी पर रैणी बीसीएमएचओ द्वारा चार सदस्य टीम से इस घटना की जांच करवाई गई. जांच रिपोर्ट के बाद शुक्रवार को बीसीएमएचओ डॉक्टर रामस्वरूप मीणा ने रैणी तहसीलदार की मौजूदगी में निजी क्लीनिक से दवा, उपकरण निकाल कर क्लीनिक को सीज कर समान थाने में सुपुर्द कर दिया. उन्होंने बताया कि चार लैबों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी है. बीसीएमएचओ डॉक्टर रामस्वरूप मीणा ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर विष्णु शर्मा, डॉ दीपक शर्मा, घनश्याम शर्मा व अन्य चिकित्सा विभाग के सदस्य मौजूद रहे.