रायपुर: उड़ता छत्तीसगढ़ बनाने की साजिश में लगे लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. रायपुर के सिविल लाइन पुलिस ने एमडीएमए ड्रग्स रैकेट को संचालित करने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. यह सभी कोड नेम के जरिए एमडीएमए ड्रग्स की बिक्री करते थे. इसमें ये फिल्मी किरदारों के नाम का उपयोग करते थे. बड़े शातिर तरीके से ये लोग ड्रग्स बेचने का काम करते थे.
गिरफ्तार आरोपियों के बारे में जानिए: प्रोफेसर उर्फ आयुष अग्रवाल इसके पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपी आयुष अग्रवाल सहित 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 2 लाख रुपए के एमडीएमए ड्रग्स और 4 मोबाइल फोन जब्त किए हैं. सिविल लाइन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
शनिवार को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर क्राइम यूनिट, साइबर यूनिट और पुलिस की यूनिट ने कार्रवाई की है. दुर्गा नगर कैनल रोड से आयुष अग्रवाल और उसके दो साथी को गिरफ्तार किया गया है. आयुष के दो साथी सिद्धार्थ राय और क्षितिज पांडेय पर भी ड्रग्स बेचने के आरोप हैं. आयुष अग्रवाल इससे पहले भी जेल जा चुका है: संदीप मित्तल, एडिशनल एसपी क्राइम, रायपुर
पुलिस ने गुप्त सूचना पर समय रहते एक्शन लिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है. नशे के खिलाफ लगातार छत्तीसगढ़ में पुलिस एक्टिव है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. अब देखना होगा कि इस ड्रग्स रैकेट के तार कहां तक जुड़े हैं.