धनबाद: चुनावी बिगुल बजने से पहले कोयलांचल में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. हाल ही में मासस (मार्क्सवादी समन्वय समिति) का विलय सीपीआईएमएल में हुआ है. विलय के साथ ही यह कयास लगाया जा रहा था कि धनबाद की दो सीटें 'निरसा और सिंदरी' के लिए माले महागठबंधन में अपनी दावेदारी पेश करेगी, लेकिन फिलहाल झरिया सीट पर माले ने अपनी दावेदारी पेश की है.
आगामी 14 तारीख को विधिवत कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी की ओर से प्रत्याशी की घोषणा भी की जाएगी. झरिया में शुक्रवार को हुए एक कार्यकर्ता सम्मेलन में निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने इस बात की जानकारी दी है. हाल ही में मासस से निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी माले में शामिल हुए हैं.
अरूप चटर्जी ने मीडिया संवाद के दौरान बताया कि आगामी 14 तारीख को झरिया में बड़े स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन होना है, जिसमें पार्टी की ओर से झरिया सीट पर प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी. उन्होंने कहा कि लाल झंडा झरिया में विस्थापन, बेरोजगारी समेत तमाम समस्याओं के खिलाफ लड़ता रहा है. वहीं, भाजपा और कांग्रेस लोगों के सेंटिमेंटल वोट लेकर चली जाती है, जिसके चलते झरिया में एक विकल्प की जरूरत है. विकल्प सिर्फ और सिर्फ लाल झंडा ही दे सकता है, जो पार्टी मजदूरों के सवाल पर हमेशा साथ खड़ी रही है. अरूप चटर्जी ने कहा कि पूरी मजबूती के साथ झरिया सीट पर दावेदारी करेंगे, जिसकी घोषणा 14 तारीख को हो जाएगी.
बता दें कि झरिया सीट पर फिलहाल कांग्रेस से पूर्णिमा नीरज सिंह विधायक हैं. अब लाल झंडा की ओर से भी इस सीट पर दावेदारी पेश करने वाली है. अरूप चटर्जी ने कांग्रेस को भी झरिया के मसले पर कटघरे में खड़ा किया है. ऐसे में यह सीट महागठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है.
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