मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: दो दिन बाद 15 अगस्त है. पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इस बीच मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ में एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का परिवार स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दे रहा है. साथ ही उसने उचित कार्रवाई की मांग की है. अपनी मांग को लेकर सोमवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की फोटो लेकर उनकी विधवा बहू और पोता कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात की. साथ ही अपनी समस्याओं को कलेक्टर के सामने रखा.
कलेक्टर से पहले एसडीएम को सौंपा था ज्ञापन: जानकारी के मुताबिक मनेन्द्रगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्वर्गीय मौजीलाल जैन को सरकार की ओर से साल 1974-75 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के सम्मान के रूप में जमीन दी गई थी, लेकिन आज तक उसका लाभ उनके परिवारवालों को नहीं मिल पाया है. आलम यह है कि अब उनके परिवार के लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौजीलाल जैन की विधवा बहू दया जैन और उनका पोते विशाल जैन सोमवार को कलेक्टर से मिलने पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर डी राहुल वेंकट को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्रवाई की मांग की है. साथ ही सम्मिलित खाते की भूमि पर हक दिलवाए जाने की मांग की है.
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की बहू ने सौंपा ज्ञापन: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की बहू दया जैन ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को सौंपे गए ज्ञापन में लिखा है, "मेरे ससुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय मौजीलाल जैन को शासन की ओर से साल 1974-75 में ग्राम पंचायत लाई में 2.023 हेक्टेयर भूमि दी गई थी. जिस पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर लिया गया है. जब भी मेरे बच्चे वहां जाते है तो वो लोग मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर वहां से भगा देते हैं."
"हमारे दादाजी स्वतंत्रता सेनानी थे. उनको सरकार की ओर से जमीन दी गई थी. हालांकि उस जमीन पर हमारा कोई हक नहीं है. कुछ दबंग लोग जमीन पर कब्जा कर रखे हैं. अगर हमें हमारी जमीन नहीं दिलवाई गई तो 14 अगस्त से हम आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे." -विशाल जैन, पोता, स्वतंत्रता सेनानी
जनदर्शन में भी दिया आवेदन: दया जैन ने 6 अगस्त 2024 को कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में भी आवेदन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर 12 अगस्त 2024 को फिर से कलेक्टर से मिलकर आवेदन दिया है. ज्ञापन में दया जैन ने लिखा है, "मेरे ससुर मौजीलाल जैन का साल 1985 में देहावसान हो गया. उसके बाद से उस भूमि का कब्जा हमें नहीं मिल पा रहा है. मेरे पति कैलाश चन्द्र जैन का कोरोना काल के दौरान निधन हो गया. उनके निधन के बाद मुझे दो बेटों के साथ गुजर बसर में समस्या हो रही है."
"जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को जमीन दिलाने की कोशिश की जाएगी": डी राहुल वेंकट, कलेक्टर, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर
बता दें कि दया जैन के दो बेटे है, जिसमे बड़ा बेटा अमित जैन मानसिक रूप से बीमार है.दया जैन ने मांग पूरी न होने पर अपने बच्चों के साथ 14 अगस्त बुधवार को सुबह 10 बजे से आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. इससे पहले 29 जुलाई 2024 को एसडीएम मनेन्द्रगढ़ को भी परिवारवालों ने इस संबंध में ज्ञापन दिया था. इस विषय में जिला एमसीबी के कलेक्टर ने जल्द से जल्द जमीन दिलाने का आश्वासन दिया है. अब देखना होगा कि पीड़ित परिवार को जमीन कब तक मिल पाती है.